वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर से सटे ज्ञानवापी पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा, 'ज्ञानवापी को मस्जिद कहना जायज नहीं, दीवारें चिल्ला-चिल्ला कर कह रही हैं, मुस्लिम पक्ष को अपनी ऐतिहासिक गलती को स्वीकार कर समाधान का प्रस्ताव देना चाहिए'। सीएम योगी के इस बयान को पिछले साल ज्ञानवापी परिसर में हुई कमीशन की कार्रवाई के बाद हुए साक्ष्यों के दावों से जोड़कर देखा जा रहा है। इस दौरान तीन दिन में टीम ने पूरी पड़ताल की और तहखाने के अंदर की बनावट, धार्मिक चिन्ह, दीवारों की कलाकृति और खंभों की फोटो व वीडियोग्राफी भी करवाई। कार्रवाई पूरी होने के बाद कुछ लोगों ने साक्ष्यों को लेकर अपने-अपने दावे भी किए। सूत्रों के अनुसार एक तहखाने में मगरमच्छ का शिल्प, कमल व स्वास्तिक की आकृति, देख सभी दंग रह गए। तहखाने में मंदिर शिखर का अवशेष भरा होने के कारण सर्वे में दिक्कत भी आई।ज्ञानवापी मामले में यह याचिका ऐसे वक्त पर दाखिल की गई है. जब महिलाओं की श्रृंगार गौरी की पूजा मांगने वाली याचिका पर जिला कोर्ट में सुनवाई शुरू होनी है. इससे पहले जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश की कोर्ट ने 12 सितंबर को बड़ा फैसला सुनाते हुए श्रृंगार गौरी में पूजा के अधिकार की मांग को लेकर दायर याचिका को सुनवाई के योग्य माना था ।वाराणसी का ज्ञानवापी मस्जिद का मामला अब धीरे-धीरे गरमाने लगा है। लोअर कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक इस विवादित मसले पर कई याचिकाएं पड़ी हुई हैं। सुनवाई चल रही है। करीब 103 साल से जारी कानूनी लड़ाई का कोई अभी तक हल नहीं निकल पाया है। पिछले दिनों ज्ञानवापी परिसर स्थित वजूखाने से कथित शिवलिंग की बरामदगी के बाद से कानूनी लड़ाई तेज हुई है। हिंदू पक्ष का दावा है कि यह शिवलिंग है। वहीं, मुस्लिम पक्ष इसे फव्वारा बताता रहा है। कार्बन डेटिंग की मांग हो रही है। वहीं, शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में वजूखाने में मिले शिवलिंग को संरक्षित किए जाने पर सुनवाई हुई। मुस्लिम पक्ष की ओर से कथित शिवलिंग को संरक्षित किए जाने की मांग पर आपत्ति नहीं जताई गई। वहीं, हिंदू पक्ष ने इसे संरक्षित किए जाने पर विशेष जोर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने अब अगले आदेश तक कथित शिवलिंग को संरक्षित करने का आदेश जारी किया है।
सर्वे का परिणाम क्या होगा यह तो वक्त बताएगा। लेकिन सर्वे जारी है। राजनीतिक मोहरा नहीं होना चाहिए। देखिए क्या फैसला आता है। सभी लोग फैसले का इंतजार करने के लिए तैयार हैं।
(ज्योति)