4 दिसम्बर 2021
1 फ़ॉलोअर्स
D
<div>नाथूराम की कथा एक बहुत गरीब आदमी था उसे लोग नाथूराम नाथूराम कहते थे उसने बहुत मेहनत की और अमीर
<div>सलाह के 100 शब्दों से ज्यादा अनुभव की ठोकर इंसान को मजबूत बनाती है कुछ बातें समझाने पर नहीं बल्
<div>मैं भावनाओं से नहीं अपने जहन से खेलती हूं बस एक यही खामियां है मेरी की स्पष्ट बोलती हूं बहुत बो
<div>एक आदमी था वह बहुत पैसे वाला था उसने एक प्रतियोगिता रखी थी मनोरंजन के लिए प्रतियोगिता मैं उसने
<div>एक चिड़ा था और एक चिड़िया थी दोनों आपस में बहुत प्रेम करते थे 1 दिन चिड़िया ने पूछा कहीं तुम मु
<div>औरत को आईने में कुछ इस कदर उलझा दिया गया बखान करके हुस्न का बहला दिया गया गृहस्वामी के नाम का र
<div>मैं स्वतंत्र हूं यह किसने कहा बस चले जा रही हूं राह के हर मोड़ को अपना बना रही हूं क्या सही चल
<div>रिश्ता वह महत्वपूर्ण नहीं है जो आपको हर रोज जताई कि मैं तेरा हूं या तुम बिन मैं कुछ भी नहीं रिश
<div>समुद्र के पास एक छोटी सी चिड़िया अपने मुंह में पानी भरकर रेत के ऊपर डाल रही थी एक दूसरी चिड़िया
<div>खुशी के लिए बहुत कुछ इकट्ठा करना पड़ता है ऐसा हम समझते हैं किंतु हकीकत में खुशी के लिए बहुत कुछ
<div>एक जंगल में एक शेर बहुत दिन से भूखा था उसे खाने को कुछ नहीं मिल रहा था वह खाने की तलाश में जंगल
<div>नारद मुनि को अपने ज्ञान पर बहुत अभिमान और घमंड हो गया वह सोचने लगे मेरे जितना ज्ञानी और धार्मिक
<div>एक लड़की और एक लड़का बस में सफर कर रहे थे अचानक लड़की का सर बस से टकरा गया लड़की सर को सहलाने ल
<div> दिन एक लड़की बाजार गई वहां उसे एक व्यापारी की दुकान पर बोलता हुआ तोता देखा व्यापारी उसे ब
<div>जब कर्म ही काला है तब क्या समय बदलेगा यह ईश्वर की माला है तन की जानेमन की जाने जाने चित्त की चो
<div>शरीर मेरा हल्दी तुम्हारे नाम की हथेली मेरी मेहंदी तुम्हारे नाम की सिर मेरा चुनरी तुम्हारे नाम क
<div>एक देश में एक राजा रहता था वह बहुत घमंडी था उसके घमंड के कारण आसपास के लोगों से भी उसकी नहीं बन
<div>एक बार हनुमान जी माता सीता को सिंदूर लगाते देखा तो पूछा माता आप यह क्या लगा रही हो सीता जी ने क
<div>कभी-कभी लगता है औरत होना एक सजा है ना पड़े तो अनपढ़ जाहिल पढ़ ले तो पढ़ाई का घमंड है शादी ना कर
<div>एक कलाकार से दिल के दरवाजे की तस्वीर बनाने को कहा गया उसने बहुत सुंदर दिल की तस्वीर बनाई और उसम
<div>स्त्री पुरुष के पीछे हो तो कमजोर नहीं सम्मान करती है स्त्री पुरुष के आगे हो तो अहंकारी नहीं ढाल
<div>एक बार एक फकीर नदी के किनारे बैठा सोच रहा था तभी एक आदमी आया पूछा बाबा यहां क्यों बैठे हो फकीर
<div>अजीब रिवाज है हमारे देश का नियत खराब आदमियों की होती है और घूंघट औरत से करवाते हैं यह सोचने वाल
<div>एक बार नारद मुनि भ्रमण करते हुए देव लोग पहुंचे वहां तीनों देवियां पार्वती लक्ष्मी माता और सरस्व
<div>अपनी प्रसन्नता हम सभी को बताते हैं दुख केवल ईश्वर से बताते हैं शायद इसीलिए कहा गया है कि दुख मे
<div>जो लोग आपके पद प्रतिष्ठा सुंदरता और पैसे से जुड़े हैं वह लोग केवल आपके सुख में खड़े रहेंगे जो ल
<div>बुराई करना रोमिंग की तरह है करो तो भी चार्ज लगता है और सुनो तो भी चार्ज लगता है और नेकी करना जी
<div>इंटरव्यू के दौरान एक औरत से पूछा गया नौकरी क्यों करनी है तुम्हें औरत मुझे अपना एक घर बनाना है ऑ
<div>एक बार गणेश जी अपने पिता शिव जी से कहा पिताजी आप यह चिता भस्म लगाकर और मुंड की माला पहन कर अच्छ
<div>जरूरत के हिसाब से जीवन यापन करें ख्वाहिशों के हिसाब से नहीं क्योंकि जरूरतें तो फकीरों की भी पूर
<div>बदला लेने की नहीं बदलाव लाने की भावना रखिए दो पल के गुस्से से प्यार भरा रिश्ता बिखर जाता है होश
<div>पुराने समय की बात है हिरण्यकश्यप नाम का एक राजा राज्य करते थे लेकिन उनको कोई पुत्र नहीं था कुछ
<div>भगवान शिव से मिलने परशुराम जी कैलाश पर्वत गए थे उस समय शिवजी ध्यान मग्न थे गणेश जी परशुराम को श
<div>दुनिया में कोई भी चीज स्वयं के लिए नहीं बनी दरिया खुद अपना पानी नहीं पीता फूल खुद खुशबु अपने लि
<div>एक बार शिव जी से मिलने विष्णु भगवान कैलाश पर्वत गए हुए थे विष्णु भगवान के वाहन गरुड़ जी द्वार प
<div>तब एक तौलिए से पूरा घर नहाता था दूध का नंबर बारी-बारी से आता था छोटी मां के पास सो कर मस्ती करत
<div>सुबह होने तक फूलों को भी पता नहीं होता है मंदिर जाना है या कब्र पर इसलिए जिंदगी जैसी भी है इसे
<div>एक बार कुबेर जी को अपने आप पर बहुत बड़ा अभिमान हो गया कि मेरे जितना अमीर इस तीनो लोक में कोई भी
<div>एक बार विष्णु भगवान लक्ष्मी जी से बोले लोगों में भक्ति कितनी बढ़ गई है सब नारायण नारायण कहते है
<div>एक राजा को जब पता चला कि मेरे राज्य में एक व्यक्ति ऐसा भी है जिसका सुबह-सुबह मुख देखने पर भोजन
<div>किरदार चाहे जो भी हो कहानी हसीन होनी चाहिए दिल में अच्छाई और आंखों में प्यार होना चाहिए मायूसी