एक चिड़ा था और एक चिड़िया थी दोनों आपस में बहुत प्रेम करते थे 1 दिन चिड़िया ने पूछा कहीं तुम मुझे छोड़ कर चले तो नहीं जाओगे चिढ़ाने कहा नहीं ऐसा नहीं हो सकता मैं तुम्हें छोड़कर कभी नहीं जाऊंगा यदि मैं जाऊंगा तो तुम मुझे रोक लेना ऐसा कह कर चिढ़ाने अपने सारे पंख तोड़ डाले यह देखकर चिड़िया रोने लगी चिड़ा चिड़िया को समझाने लगा रो मत अब मैं तुझे छोड़कर कहीं नहीं जाऊंगा क्योंकि मैं अब उड़ नहीं सकता एक दिन अचानक से जोरदार तूफान आया चिड़िया घबराने लगी चिढ़ाने कहा तुम उड़ जाओ मेरी चिंता मत करो क्योंकि मैं तो उड़ नहीं सकता चिड़िया बोली अपना ख्याल रखना ऐसा कह कर चिड़िया उड़ गई जब तूफान शांत हुआ जब चिड़िया वापस आई तो उसने देखा चिवड मरा पड़ा हुआ है और उसने डाल पर लिख दिया था काश तुम एक बार भी कहती मैं तुम्हें छोड़कर नहीं जा सकती तो आज मैं नहीं मरता दोस्तों कभी कभी हमारे जीवन में ऐसा होता है हम जिसे प्रेम करते हैं उसे कैद करना चाहते हैं अगर प्रेम सच्चा है तो उसे आजाद कर दो यदि वह तुम्हारा होगा तो तुम्हारे पास आएगा यदि वह तुम्हारा नहीं होगा तो कोई दुख मत मनाओ क्योंकि किसी को पाने से अच्छा है उसकी सलामती की दुआ करना प्रेम वही अच्छा होता है जो दोनों तरफ से निभाया जाए क्योंकि प्रेम के रास्ते में जरूरी नहीं है कि हमेशा फूलों का ही सामना हो कभी-कभी कठिनाइयां भी सहनी पड़ती है यदि कठिनाई सहने की ताकत है तभी प्रेम करो वरना अपना समय व्यर्थ में बर्बाद मत करो प्रेम का झूठा दिखावा करके किसी की जिंदगी से खिलवाड़ मत करो