आज़ फ़िर अहसास में टूटन का मंज़र आ गया...
जब तेरी यादों की आँधी का बवण्डर आ गया...!
मैंने तन्हाई को अपनी फ़िर से इक आवाज़ दी...
बस मेरी पलकों में सैलाब-ए-समन्दर आ गया...!!
..........................✍💔✍...........................
26 मार्च 2018
आज़ फ़िर अहसास में टूटन का मंज़र आ गया...
जब तेरी यादों की आँधी का बवण्डर आ गया...!
मैंने तन्हाई को अपनी फ़िर से इक आवाज़ दी...
बस मेरी पलकों में सैलाब-ए-समन्दर आ गया...!!
..........................✍💔✍...........................