वर्तमान समय में वातावरण में प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है। वायु तथा मिट्टी में हानिकारक तत्वों की मात्रा काफी ज्यादा बढ़ चुकी है। इसीलिए ही Respiratory Tract से संबंधित रोग काफी तेजी से बढ़ते जा रहें हैं। प्रदूषित वातावरण में श्वास फूलने या अस्थमा कि समस्या लोगों में बढ़ती जा रही है। प्रदूषित वातावरण के अलावा धूम्रपान करने वाले लोगों में भी यह समस्या ओर भी तेजी से बढ़ती है। अस्थमा की समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है। यह बूढ़े या बच्चे को किसी भी उम्र के व्यक्ति में हो सकती है। एक सर्वे के मुताबिक देश के 21 फीसदी बच्चों में खांसी की समस्या पाई गई है। अस्थमा की समस्या श्वास नली को प्रभावित करती है। इस समस्या में फेफड़ो के वायुमार्ग सूज जाते हैं तथा ऑक्सीजन के फेफड़ो तक पहुंचने के रास्तों को अवरुद्ध कर देते हैं। वर्तमान में श्वास समस्याएं गंभीर रूप लेने लगी हैं, पिछले डेढ़ दशक में अस्थमा की समस्या में 50 प्रतिशत की वृद्धि पाई गई है। अस्थमा की समस्या मानव को कई प्रकार से प्रभावित करती है। इसके कई प्रकार तथा कई कारण भी होते हैं। इस रोग में फेफड़ो में सूजन आ जाती है तथा फेफड़ो तक उचित मात्रा में वायु नही पहुंच पाती है। इस कारण से रोगी की सांस फूलने लगती है तथा शरीर में आक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है।
अस्थमा के लक्षण -
1 - सफ़ेद गाढ़ा बलगम आना।
2 - सांस लेने पर घर्र घर्र कि आवाज आना।
3 - सीने पर जकड़न व दर्द महसूस होना।
4 - सूखी खांसी होना।
5 - छींक आना।
6 - जोर जोर से सांस लेना।
7 - रात या सुबह के समय सांस लेने में अधिक परेशानी होना आदि।
अस्थमा का आयुर्वेदिक समाधान -
आयुर्वेदिक उत्पाद अस्थमा रोग में बहुत लाभप्रद होते हैं। आयुर्वेद में Ayurvedic treatment for Respiratory Tract Diseases के लिए कई औषधियां हैं, जो सांस फूलने या अस्थमा की समस्या में लाभदायक हैं। लेकिन यदि आप Respiratory Tract की समस्या से जल्दी छुटकारा पाना चाहते हैं तो आप Ambic Ayurved की Re-Resp Avleh तथा Capsule का सेवन अवश्य करें। Re-Resp Avleh तथा Capsule एक सुप्रसिद्ध आयुर्वेदिक औषधी है। इस औषधी को सोमलता, अभ्रक भस्म, गोदंती भस्म आदि प्राकृतिक औषधियों से निर्मित किया गया है। इस कारण ही इसका आपके शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है। यह औषधी सभी प्रकार की सांस संबंधी समस्याओं तथा अस्थमा में बहुत जल्दी लाभदायक होती है। Re-Resp Avleh तथा Capsule श्वास, दमा, खांसी के अलावा प्रदूषण से होने वाले रोगों में अत्यंत लाभकारी है। यह धूम्रपान से फेफड़ो में होने वाले टार को ढीला कर बाहर निकालने में भी सहायक होता है। इसके सेवन से फेफड़े मजबूत होते हैं तथा श्वास नली की सूजन भी दूर होती है।