यदि माता पिता की लंबाई सही होते हुए बच्चों की लंबाई में कमी है तो इसका मतलब बच्चों के आहार में पोषक तत्वों की कमी हो सकता है। पोषक तत्वों की कमी न सिर्फ शरीर की लंबाई बल्कि पूरे शरीर शरीर के विकास को प्रभावित करती है। दरअसल हमारा शरीर कभी कभी ग्रोथ हार्मोन की कम मात्रा को रिलीज करता है, इसका प्रभाव व्यक्ति के शारीरिक विकास पर भी पड़ता है। इस स्थिति में हमें अपने आहार में प्रोटीन, विटामिन, मैग्नीशियम और फासफोरस जैसे पोषक तत्वों से युक्त वस्तुएं अवश्य लेनी चाहिए। इस प्रकार का भोजन हमारी लंबाई बढ़ाने में मदद करता है। संतुलित आहार का सेवन करने से हमारे शरीर का प्रत्येक अंग अपना कार्य सही से करता है। अतः भोजन में पोषक तत्व वाली वस्तुएं अवश्य शामिल करें। केले, सेब जैसे फल तथा बादाम, मूंगफली जैसे नट्स लंबाई को बढ़ाने में सहायक होते हैं। अधिक चीनी तथा संतृप्त वसा का सेवन करने से परहेज करें क्यों की ये पदार्थ मानव शरीर की लंबाई पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं। लंबाई बढ़ाने में विटामिन डी काफी महत्वपूर्ण होता है, यह हड्डियों के विकास में भूमिका निभाता है और लंबाई बढ़ने लगती है। प्राकृतिक रूप में विटामिन डी लेने के लिए सुबह सुबह कुछ समय सूरज की धूप में अवश्य बैठना चाहिए। इसके अलावा दूध, अंडे, पनीर तथा मछली का सेवन भी विटामिन डी की पूर्ति करने में बहुत सहायक होते हैं।
लंबाई में कमी के कारण -
1. आनुवंशिक कारण :-
हम लोगो की लंबाई कुछ हद तक हमारे जीन्स पर निर्भर होती है। यदि हमारे परिजनों का कद छोटा हो तो बच्चों का भी कद छोटा होने की आशंका बनी रहती है।
2. गैर-आनुवंशिक कारण :-
हम लोगों की लम्बाई न बढ़ने के कारण कुछ हद तक गैर-आनुवंशिक भी हो सकते है।
जैसे:-
1. पोष्टिक भोजन ना लेना।
2. खेलना कूदना कम करना।
3. बचपन मे ज्यादा भारी सामान उठना।
4. बचपन मे जिम में या बाहर कही पर भी भारी एक्सरसाइज करने जैसे डबल, भारी वस्तु बार बार उठाकर एक्सरसाइज करना।
5. बचपन मे ज्यादा परेशान रहने से भी कद नही बढ़ता है।
6. विटामिन की कमी होना।
7. खाने में कैल्शिम की कमी रहने से।
8. बचपन मे दूध की कमी या न पीने से।
9. बचपन मे ज्यादा बीमार रहने से।
10. हार्मोन की कमी के कारण।
लंबाई में कमी की समस्या को दूर करने का आयुर्वेदिक समाधान -
आयुर्वेद चिकित्सा पद्दति पूर्णतः प्रकृति पर ही निर्भर होती है। अतः इसमें प्रत्येक समस्या का समाधान प्रकृति से प्राप्त घटकों से ही किया जाता है। शारीरिक रूप में कद के छोटे रह जाने की समस्या से वर्तमान में बहुत लोग प्रभावित है। इस प्रकार के व्यक्ति यदि Ayurvedic Treatment for general Wellness के उत्पादों का उपयोग करते हैं तो उनको अत्यधिक लाभ प्राप्त होता है। आयुर्वेद के ग्रंथों में ऐसी कई प्रकार की औषधियों का वर्णन है, जो शारीरिक लंबाई को बढ़ाने में लाभकारी होती हैं। जिनमें से त्रिकटु, त्रिफला, अश्वगंधा आदि प्रमुख हैं। इस प्रकार की शुद्ध जड़ी बूटियों से ही Ambic Ayurved ने Minitall Tablet And Syrup नामक औषधि को निर्मित किया है। Minitall Tablet And Syrup मानसिक विकास तथा शारीरिक विकास दोनों के लिए श्रेष्ठ ओषधि है। यह ओषधि हड्डियों, मांसपेशियों तथा नसों को भी पुष्ट करती है जिससे बच्चों की लंबाई आसानी से बढ़ जाती है। यह ओषधि शरीर में ग्रोथ हार्मोंस को एक्टिव करके शरीर की कद काठी को बढाने में सहायक होती है। यह शरीर में खून की कमी को भी दूर करती है तथा शरीर को वैक्टीरिया संक्रमण से भी बचाती है।