सोरायसिस एक स्किन संबंधी बीमारी है, जिसे स्किन का अस्थमा भी कहा जाता है। इसमें स्किन सेल्स काफी तेजी से बढ़ते हैं। वर्तमान समय में सोरायसिस की समस्या से दुनियाभर की तीन फीसदी आबादी यानि करीब 12.50 करोड़ लोग प्रभावित हैं। विशेषज्ञों के अनुसार मानव शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली में अनियमितता होने के कारण सोरायसिस की समस्या पैदा होती है। जब रोग प्रतिरोधक तंत्र स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला करता है, इससे त्वचा की कई कोशिकाएं बढ़ जाती है, जिससे त्वचा पर सूखे और कड़े चकत्ते बन जाते हैं। प्राचीन विज्ञान आयुर्वेद के अनुसार, हवा और कफ के असंतुलन के कारण सोरायसिस होता है। इस बिमारी के होने के बाद इससे जुड़ी दूसरी समस्याएं भी हो सकती हैं।
सोरायसिस की समस्या के लक्षण -
1 - शरीर के प्रभावित सामान्य अंगों में खुजली होना।
2 - त्वचा पर पपड़ी जैसी ऊपरी परत जम जाना।
3 - शरीर में लाल-लाल धब्बे और चकत्ते हो जाना।
सोरायसिस की समस्या के कारण -
1 - अल्कोहल का अत्यधिक सेवन।
2 - रोग प्रतिरोधक प्रणाली में अनियमितता।
3 - सूरज की रौशनी।
4 - हार्मोन्स में परिवर्तन।
सोरायसिस की समस्या का आयुर्वेदिक निदान -
Ayurvedic Treatment for Skin Care में सोरायसिस की समस्या का सरल निदान हैं। आयुर्वेद में ऐसी कई ओषधियां हैं, जिनसे सोरायसिस की समस्या का समाधान आसानी से किया जा सकता है। Ambic Ayurved की Aliant Capsule तथा HBR Syrup नामक आयुर्वेदिक औषधियां सोरायसिस की समस्या का निदान आसानी से करती हैं। Aliant Capsule सभी प्रकार के त्वचा संबंधी संक्रमण में लाभकारी है। इस लाभकारी औषधी का प्रयोग सभी प्रकार के त्वचा रोगों में जैसे शरीर पर चकत्ते होना, लालिमा होना, खुजली होना, कण्डु और दाह होना आदि विकारों में बहुत ही फायदेमंद है। इसी प्रकार HBR Syrup त्वचा में होने वाले सभी प्रकार की बीमारियों में बहुत ही लाभकारी है। यह औषधी त्वचा विकार के साथ साथ रक्त को साफ़ करने तथा व्यक्ति को स्वास्थ्य रखने में भी लाभकारी है। यह औषधी वात पित्त कफ तीनों दोषों का शमन करती है तथा त्वचा विकार को ख़त्म करने के साथ साथ शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाती है।