पेट से सम्बंधित समस्याएं वर्तमान समय में काफी बढ़ती जा रहीं हैं। विशेषज्ञों के अनुसार आज के लोगों की जीवन शैली तथा खानपान की आदतें स्वास्थ्य की दृष्टि से काफी प्रतिकूल हो चुकी हैं, इस कारण ही पाचन तंत्र संबंधी समस्याएं बढ़ती जा रहीं हैं। गर्मी का मौसम आते ही इस प्रकार की समस्याएं और भी ज्यादा तेजी से बढ़ने लगती हैं। इसका कारण यह है की गर्मी के मौसम में किसी भी अन्य मौसम की तुलना में हमारे शरीर में वैक्टीरिया तथा वायरस के संक्रमण का ख़तरा अधिक बढ़ जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार मौसम में गर्माहट बढ़ने के साथ साथ पाचन संबंधी समस्याएं भी बढ़ती जाती हैं। अतः पाचन तंत्र की समस्याओं से बचाव के लिए अनियमित जीवनशैली और खान-पान को सुधारें तथा नियमित व्यायाम अवश्य करें। Liver Care की समस्याओं से बचने के लिए आइये जानते हैं, इस समस्या के लक्षण तथा कारणों के बारे में। पाचन तंत्र संबंधी समस्याओं के लक्षण - 1 - पेट में सूजन, भारीपन तथा डकारें आना। 2 - एसिडिटी, जी मिचलाना तथा सर्दी महसूस होना। 3 - त्वचा पर खुजली, खून के साथ दस्त होना। 4 - थकान तथा जीभ में कड़वाहट का अनुभव। 5 - डीहाइड्रेशन, त्वचा पर खुजली होना। पाचन तंत्र संबंधी समस्याओं के कारण - 1 - जंक फूड, तला-भूना भोजन अधिक करना। 2 - कोल्ड ड्रिंक, चाय-कॉफी का अत्याधिक सेवन करना। 3 - रात को देर रात तक जागना या देर रात को सोना। 4 - शारीरिक व्यायाम न करना और पौष्टिक भोजन करने से परहेज करना। 5 - दूषित भोजन तथा जीवन शैली अपनाना। पाचन तंत्र की समस्या का आयुर्वेदिक उपाय -
पाचन संबंधी समस्याएं सभी आयु वर्ग में सबसे आम तौर पर पाई जाने वाली स्वास्थ्य समस्या है। आज के दौर में, जब दुनियाभर में जीवन शैली संबंधित रोग बढ़ते जा रहे हैं, अगर कोई अपने परिवार, दोस्तों या फिर अपने सहकर्मियों में ढूंढे तो उसे एसिडिटी, गैस, बदहज्मी इत्यादि जैसी किसी पाचन संबंधी समस्या से परेशान व्यक्ति आराम से मिल जाएगा। क्या आपने कभी सोचा है कि आज के दौर में एसिडिटी, गैस, बदहज्मी इत्यादि जैसी पाचन संबंधी समस्याएं इतने आम तौर पर क्यों मौजूद हैं? इसका सीधा सा जवाब है, लापरवाह जीवन शैली, भाग-दौड़ वाली जिंदगी, ऊट-पटांग खाना, और बेवक्त और अस्वस्थ खाने की आदतें। जब बार-बार एसिडिटी, गैस और बदहाजमी की शिकायत रहने लगे तो समझिए कि चेतावनी की घंटी बज रही है। अनियमित जीवन शैली और बढ़ती उम्र के कारण, पाचन शक्ति कमजोर पड़ जाती है, उसका संतुलन बिगडऩे लगता है, जिससे पेट कमजोर पड़ जाता है। Ayurvedic Treatment for Gastrointestinal Disorders में बहुत सी ऐसी औषधियां हैं, जो Liver Care की समस्याओं से आसानी से निजात दिला देती हैं। आयुर्वेद में पाचन तंत्र का उपचार प्राचीन काल से उपलब्ध रहा है। Ambic Ayurved की Hope Liv DS Syrup एक आयुर्वेदिक औषधि है। Hope Liv DS Syrup को निर्मित करने में कुटकी, कालमेघ, अजमोद, मंजीठ आदि प्राकृतिक घटकों का प्रयोग किया गया है। Hope Liv DS Syrup के सेवन से पाचन संबंधी सभी समस्याओं का आसानी से निराकरण हो जाता है। इस औषधि के सेवन से पेट में गैस बनना, लीवर में गड़बड़ी, पेट में दर्द होना, डकारें आना जैसी सभी समस्याएं आसानी से ख़त्म हो जाती हैं। इसके अलावा लीवर संबंधी समस्याओं में भी Hope Liv DS Syrup अत्यंत लाभ प्रदान करता है।