आस्तिक . भगवान हर जिगह है हर कण में भगवान है ।
नास्तिक . अगर हर कण में भगवान है तो आजतक दिखाई क्यूँ दिया ।
आस्तिक - हर जिगह भगवान के मन्दिर है जहां उसकी पूजा होती है श्रद्धालु है ।
नास्तिक . हर जिगह मन्दिर है तो उसमें भगवान दिखता है तो मुझे भी दिखाओ ।
आस्तिक . भगवान अपने भक्तों के लिये चमत्कार करते है उनकी रक्षा करते है ।
नास्तिक . तुम भगवान के भक्त तो तुम्हारे लिये भगवान ने कौनसा चमत्कार किया है किससे तुम्हारी रक्षा की है
आस्तिक . भगवान ने मुझे सद्बुद्धि दी मुझे नेक मार्ग पर चलना सिखाया ।
नास्तिक . मतलब ये सब भगवान ने किया तो तुम्हारे मां.पिता गुरू ने कुछ नहीं किया ।
आस्तिक- माता वैष्णों देवी के लाखों करोड़ों श्रद्धालु जाते है उनके दर्शन करने ।
नास्तिक- आजतक किसे दर्शन हुए माता के ।
आस्तिक- भगवान हर जिगह है तुममे मुझमें सब में ।
नास्तिक- भगवान अगर सब जिगह है मुझमंे तुममे तो फिर आज तक नजर क्यूं नहीं आया । क्या उसके लिये अलग चश्में की जरूरत है ।
आस्तिक- तुमसे बहस करना बेकार है तुम नास्तिक हो ।
नािस्तक- जब तुम भगवान है ये साबित नहीं कर सके तो ये वाद-विवाद खत्म करने के लिये कह रहे हो ।