हम जानते है कि भारत देश में राजनीति और आरक्षण दो ऐसे मुद्दे है जो आजकल बच्चे बच्चे की जुबान पर है
और यही दो मुद्दे देश के विकास को रोक रहे है कहने को तो भारत देश काफी विकसित देश है और ये सच भी है पर इस देश में से राजनीति और आरक्षण हटा दिए जाये तो ये देश कहाँ से कहाँ पहुंच जाये !
देश के नेता सिर्फ वास्तविक स्वार्थ के चक्कर में कुछ ऐसे वादे कर देते है जो देश को कहीं न कहीं काफी हानि
पहुंचाते है और इस समय राजनीति स्कूल से शुरू होती है और कभी खत्म ही नहीं होती हर बात में राजनीति है बच्चे का स्कूल में एडमिशन नहीं हो रहा तो उसका नाम ले देना एडमिशन हो जायेगा मेरा यहाँ ये काम नहीं हो
रहा तो उसका नाम ले देना या उसकी मेरी फ़ोन पर बात करा देना आपका काम हो जायेगा मतलब सीधे शब्दों
में कहे तो राजनीति वास्तविक जिंदगी पर हावी है !
राजनीति ने ही कहीं ना कही आरक्षण की खोज की है और यही आरक्षण देश के विकास को बाधित कर
रहा है क्योंकि सिर्फ आरक्षण से 36% नंबर वाला 90% वाले पर राज कर रहा है आज हर सरकारी दफ्तरों
में यही हाल है जो युवा वर्ग इस पोस्ट के लिए काबिल है वो उनके निचे काम कर रहे है जो जिसकी जगह है
वो वहां नहीं है तो देश का विकास कैसे हो भारत देश के युवा वर्ग देश के बाहर जा रहा है और वहां पर अपने
देश का परचम लहरा रहा है उस देश का विकास हो रहा है जो कि उसका नहीं है जो विकास भारत देश का
होना चाहिए वो सिर्फ इस आरक्षण के कारण नहीं हो पा रहा है क्योंकि जो पोस्ट उसको मिलने चाइये वो
आरक्षण की वजह से नहीं मिल पा रही है काबिल लोगो की जरुरत किसे नहीं है देश के बाहर जाकर उनके
हुनर को पहचान मिल रही है जो इस देश में रहकर आरक्षण की भेट चढ़ रही है आज भी नासा जैसी संस्था
में न जाने कितने वैज्ञानिक भारत के है ! ऐसा नहीं है के भारत देश का विकास नहीं हो रहा है बस ये है की
इस वजह से इसकी रफ़्तार धीमी है अगर मैरिट के हिसाब से सेलेक्शन हो तो जो जिस काबिल है उसे वो
पोस्ट मिले तो देश का विकास चोगुनी रफ़्तार से हो पर जहां राजनीति हो वो ये कहाँ होने देंगे !
धनयवाद