शायद हम जानते है महाभारत क्यूं हुई यही शायद गीता में भी लिखा है और वही हमने देखा है और वही टी.वीके माध्यम से हम देखते आ रहे है । शकूनी मामा और दुर्योध्न ने किस तरह से चालबाजी करके पांडवो का
सारा राज्य ले लिया फिर द्रोपदी का चीर हरण किया जिससे आगे चलकर महाभारत हुई ।
पर आप सोचिये अगर युधिष्ठर से खेल खेलने से मना कर देता तो क्या महाभारत होती । चलो खेल भी
खेल लेता राज्य भी हार जाता पर क्या द्रोपदी को दांव पर लगाना ठीक था द्रोपदी दांव पर नहीं लगती तो
महाभारत भी नहीं होती इसमें शकूनी मामा और दुर्योध्न की चाल थी पर इसमें युधिष्ठर की भूमिका कम तो नहीं थी अगर यूधिष्ठर एक ना बोल देता और ये खेल नहीं खेलता तो इतनी िवनाशकारी महाभारत ना होती ।