नई दिल्ली : ‘एक रैंक एक पेंशन’ को लेकर आत्महत्या करने वाले पूर्व सैनिक रामकिशन के अंतिम संस्कार में भी राजनेताओं के जमावड़े की संभावना है। सूत्रों के मुताबिक़ उनके अंतिम संस्कार में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवल के पहुँचने की संभावना है। केजरीवाल ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। इससे पहले तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन भिवानी पहुँच चुके हैं।
इससे पहले पूर्व सैनिक की आत्महत्या के मुद्दे पर आज देश की राजधानी में खूब राजनीति क गहमागहमी रही। राहुल गांधी, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और अन्य विपक्षी नेताओं ने इस मुद्दे को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला, जबकि दिल्ली पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया और अस्पताल में घुसने से रोक दिया।
कांग्रेस उपाध्यक्ष को दो बार हिरासत में लिया गया और बाद में देर शाम रिहा कर दिया गया। वहीं, केजरीवाल को थोड़ी देर के लिए हिरासत में लिए जाने से पहले उनकी गतिविधियां रोक दी गईं। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को करीब 10 घंटे हिरासत में रखा गया।
इन नेताओं को उस वक्त हिरासत में ले लिया गया जब वे राम किशन ग्रेवाल :70: के परिजनांे से मिलने गए थे। ग्रेवाल ने जनपथ में एक सरकारी भवन के लॉन में कल जहर खाकर आत्महत्या कर ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली पुलिस की कार्रवाई मोदी सरकार की अलोकतांत्रिक मानसिकता का प्रतीक है जबकि केजरीवाल ने प्रधानमंत्री पर ओआरओपी मुद्दे पर धोखेबाजी करने और झूठ में शामिल होने का आरोप लगाया।
कांग्रेस और आप नेताओं ने मोदी सरकार पर पूर्व सैनिक राम किशन ग्रेवाल :70: की मौत के लिए जिम्मेदार होने का भी आरोप लगाया। वह हरियाणा के भिवानी जिले के निवासी थे। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस उनके विरोध को कुचलने के लिए अभूतपूर्व गुंडागर्दी का सहारा ले रही है।
राहुल को मंदिर मार्ग और संसद मार्ग पुलिस थाने में हिरासत में लिया गया जबकि केजरीवाल की गतिविधि उस वक्त रोक दी गई जब वह मृतकों के परिजनों से मिलने गए। राहुल को बाद में तुगलक रोड पुलिस थाने ले जाया गया।
मृतक के बेटे जसवंत सहित परिवार के 12 सदस्यों को हिरासत में लिया गया और उनमें से कुछ ने आरोप लगाया गया कि पुलिस ने उनके साथ उस समय धक्कामुक्की की जब वे लोग आरएमएल अस्पताल आ रहे थे, जहां ग्रेवाल का शव रखा गया था।
रणदीप सुरजेवाला, ज्योतिरादित्य सिंधिया और कुमारी सैलजा सहित कांग्रेस के कई नेताओं को हिरासत में ले लिया गया जबकि पुलिस को आप के कई कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को संसद मार्ग पुलिस थाने के बाहर घसीटते देखा गया। सिसोदिया को कई घंटे तक थाने में रखा गया।