(निकु और नीशू दो दोस्त की दोस्ती) (नीकु और नीशू दोनों दोस्त आपस में वार्तालाप कर रहे हैं)निकु - ये बताओ नीशू दोस्त! आज कई दिनों के बाद हम दोनों दोस्त विद्यालय जा रहे हैं। क्या तुमने गृहकार्
प्यासा कौआएक बार की बात है किसी जंगल में एक कौआ रहता था। एक दिन उसे बड़ी जोर से प्यास लगी । वह पानी की तलाश में वह बहुत दूर तक उड़ता रहा, परन्तु कहीं भी उसे पानी नहीं मिला। जब वह बहुत थक गया तो उसे आख
बच्चें मन के सच्चे... बचपन में याद है ….. अब इस तरह का आशीर्वाद कम ही मिलता है….. जब कोई रिश्तेदार व परिवार वाले हमारे घर आते थे तब फल व खिलौने लेकर आते थे और जब उनके वापस लौट
चार कौशल जरूरी है । निकालेंगे डर जेहन से, गाएंगे गीत हसी खुशी का कहानी सुनना भी जरूरी है । चार कौशल जरूरी है । परवरिश के बाद होगी, जून में पहली प्रवेश क्या नाम हैं तुम्हारा ये
अपने दादा छिछोरे लाल की तरह भौचक्का भी पतंग का शौकीन था। पतंग लूटने में भौचक्का सबसे आगे रहता। यहाँ उसी के कुछ किस्से दिये जा रहे हैं। भौचक्का हाथ में झाड़ लेकर कटी पतंग के पीछे भागा जा रहा था। उसकी आँ
चढ्डा जी हाथ मलते रह गये। समीर अपना बैग उठाये ,पादरी की उॅगली पकडे उस जहन्नुम से निकल आया जिसे लोग उसका घर कहते थे। एक अच्छे हाॅस्टेल में उसने एक अच्छी जिन्दगी की षुरूआत की और तब भी समझ नही पाया कि ये
“लेकिन मेरे लिए??” समीर हैरान हो गया। उसे जल्द ही अपने लिखे उस खत की याद आयी जो उसने सेन्टा को भेजी थी। उसकी सोैतेली माॅ ने वह खत पढा और हॅसते हुए उसके दो टुकडे कर दिये। समीर ने गुस्से में उनके हाथ स
“अरे उसे निकालो मत! इसमें सेन्टा मेरे लिए गिफ्ट रख कर जायेगें स्टूपिड!” “गिफ्ट? इसमें?” समीर हैरान है। “हाॅ...से न्टाॅक्लॅाज आज की रात आकर बच्चों के लिए गिफ्टस छोड कर जाते हैं इसमें। तुम्हें नही प
लैटर टू सेन्टा बारिश की छमछम रूक जाने तक समीर अपनी जगह पर ही खडा रह गया। हाथ में पकडा काॅफी का कप बाहर के मौसम की तरह ही ठण्डा हो चला है और खिडकी से बाहर देखती उसकी गुम सी आॅखों में भी सर्द नमी आ ग
ललुआ सुबह तीन बजे उठ जाता। वह गोदी में उठाकर अपनी भैंस को तबेले की तीसरी मंजिल पर ले जाता। वह भैंस को हाथ में ऊपर उठाता और छोड़ देता। ऐसा दो तीन बार करने पर भैंस नींद से उठ जाती और रंभाना शुरू कर देती।