नई दिल्ली : कहतें है सफर कितना ही कठिन क्यों न हो, लेकिन मंजिल मिल ही जाती है . दरअसल अगर जिंदगी में कुछ बनने और कुछ करने की चाहत हो. तो मुसीबतों को रोड़ा भी खुद रास्ता छोड़ देता है. ऐसा ही कुछ कर दिखाया है यूपी के जालौन जिले में रहने वाली छह साल की नन्ही दिव्या ने. दिव्या को पढ़ाई करने का ऐसा चस्का लगा की वह रोजाना उरई स्टेशन पर जाकर वहां की बिजली में अपनी पढ़ाई करने लगी. अचानक से उसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गयी. इस तस्वीर पर जब सीएम अखिलेश की नजर पड़ी तो उन्होंने बच्ची की पढ़ाई में रोड़ा बन रहे पत्थरों को हटाने का निर्देश डीएम को दिए.
दिव्या के पिता मजदूरी और माँ मांगती है भीख
दो वक्त की रोजी रोटी के लिए मोहताज दिव्या की माँ मोनिका अपने परिवार की जरूरतें पूरी करने के लिए ट्रेनों में भीख मांगती है. लेकिन इस भिखारिन की नन्ही गुड़िया में ऐसा पढ़ाई का जूनून सवार हुआ की उसने घर में बिजली न होने के कारण स्टेशन पर जाकर अपनी पढ़ाई शुरू कर दी. कभी पढते-पढ़ते वहीँ पर सो जाती है. पिछले कई महीनों से लोग इस बच्ची को देख रहे थे कि रेलवे स्टेशन पर आकर अपनी कॉपी-किताब खोलकर बैठ जाती है. पढ़ाई पूरी होने के बाद वह वापस चली जाती है. कई बार वह स्टेशन पर ही सो जाती है. सीएम अखिलेश के निर्देश पर डीएम ने उसकी मां को आवास और पेंशन दिए जाने की रविवार को घोषणा की.
जालौन जिले के तिवारी अपने परिवार के साथ उरई रेलवे स्टेशन के पास एक झोपड़ी में रहते हैं.
.इनकी 6 साल की बेटी दिव्या प्राइमरी स्कूल में क्लास 2 की छात्रा है.
.दिव्या की मां मोनिका ट्रेनों में भीख मांगकर पेट पालती हैं, जबकि तिवारी मजदूरी करते हैं.
.बड़ी मुश्किल से 2 वक्त की रोटी का जुगाड़ हो पाता है. झोपड़ी में बिजली कनेक्शन भी नहीं है.
फिर भी दिव्या के पढ़ने-लिखने के शौक को देखते हुए उसका सरकारी स्कूल में एडमिशन कराया है.
.स्कूल से उसे किताबें-ड्रेस तो मिल गईं, लेकिन झोपड़ी में लाइट नहीं आने के कारण वह पढ़ नहीं पाती थी.
.इसलिए वह पास स्थित स्टेशन पर चली जाती है और वहीं रोशनी में बैठकर पढ़ाई करती है.
.अक्सर वह स्कूल ड्रेस में ही होती है. लोग आते-जाते रहते हैं. रेलवे का अनाउंसमेंट और ट्रेन का शोर होता रहता है.
.लेकिन दिव्या बिना कहीं ध्यान दिए जमीन पर कॉपी-किताब फैलाए पढ़ती रहती है.
.दिव्या को अभी नहीं पता कि वह क्या बनना चाहती है.
.मां मोनिका बताती हैं, कभी-कभी बिटिया कहती है कि वह अफसर बनेगी, लेकिन कौन सी अफसर बनेगी, नहीं पता.
.रेलवे स्टेशन पर स्वीट की दुकान लगाने वाले मशहूर शर्मा बताते हैं, ऐसा जज्बा कम ही देखने को मिलता है.
सीएम ने आवास और पेंशन देने का दिया निर्देश
सीएम अखिलेश ने रविवार को दिव्या के परिवार को आवास और पेंशन देने के निर्देश दिए. इसके बाद डीएम संदीप कौर
ने दिव्या और उसकी मां को आवास और पेंशन दिए जाने की घोषणा की. उन्होंने इसके कागजात दिव्या की मां को सौंप दिए.
कई समाजसेवी भी मदद को आगे आए
दिव्या के हालात सामने आने के बाद कई समाजसेवी भी मदद को आगे आए हैं. झांसी के व्यापार ी नेता राजीव राय ने
दिव्या को मिले घर में सोलर लाइट लगवाने का आश्वासन दिया है. इसके साथ ही अन्य लोगों ने भी आर्थिक मदद के
लिए संपर्क किया है.