दिल्ली : नोटबंदी की परेशानी झेल रही जनता के लिए डिजिटल वॉलेट प्लेटफॉर्म Oxigen Wallet एक बड़ा सहारा बनकर उभरा है. पिछले 15 दिनों में कैशलेस ट्रांजैक्शन के लिए डिजिटल वॉलेट Oxigen ने अपनी सर्विसेज को भी अपग्रेड किया है.
डिजिटल रूप से भुगतान सुविधा उपलब्ध कराने वाली Oxigen अपने ‘प्वाइंट ऑफ सेल’ उपकरण को ‘माइक्रो एटीएम’ में बदलने की प्रक्रिया में है. इसका मकसद नोटबंदी से लोगों को हो रही परेशानी से राहत दिलाना है.
अगर आपके पास 500 या 1000 के पुराने नोट हैं और इन्हें वापस करने के लिए आप लंबी लाइनों से बचना चाहते हैं, तो पेमेंट सॉल्यूशन का दावा करने वाली कंपनियों का रुख कर सकते हैं. हालांकि, इसमें आप सिर्फ अधिकतम 20000 रुपये ही जमा कर सकते हैं.
ऑक्सिजन के माइक्रो एटीएम में आधार कार्ड के जरिए पैसा जमा होगा और आपका फिंगर प्रिंट स्कैन किया जाएगा. ऑक्सिजन के माइक्रो एटीएम में सिर्फ पैसा ही जमा होगा, इसमें निकासी की सुविधा नहीं है. साथ ही ऑक्सिजन के माइक्रो एटीएम में पैसे जमा करने के लिए आपका बैंक अकाउंट आधार से जुड़ा होना जरूरी है. ऑक्सिजन के माइक्रो एटीएम से आप लंबी कतारों में खड़े होने से बच सकते हैं.
Oxigen सर्विसेज के संस्थापक चेयरमैन और प्रबंध निदेशक प्रमोद सक्सेना ने कहा, ‘‘माइक्रो एटीएम एक ‘प्वाइंट ऑफ सेल’ उपकरण है जिसे हमने बैंक पहुंच और भुगतान उपकरण की विशेषताओं से युक्त बनाया है. हम पूरे देश में ग्रामीण क्षेत्रों तथा शहरी क्षेत्रों में किराना एवं खुदरा दुकानों में इसे लगाना चाहते हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास पहले 2 लाख खुदरा ‘टच प्वाइंट’ हैं. इसमें 60,000 दुकानों में पीओएस प्वाइंट ऑफ सेल टर्मिनल हैं लेकिन वे माइक्रो एटीएम नहीं हैं. इसीलिए हमने अन टर्मिनल को माइक्रो एटीएम में बदलने के लिए कदम उठाया है.’’