नई दिल्ली : विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक रिपोर्ट कहती है कि भारत में पांच करोड़ से ज्यादा लोग वर्तमान अवसाद से ग्रसित हैं। 'अवसाद और अन्य मानसिक विकार' नामक इस रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2015 में आत्महत्या करने वाले दो-तिहाई लोग मानसिक तनाव से ग्रसित थे। WHO के दस्तावेज कहते हैं कि पूरी दुनियां में अवसाद ग्रसित लोगों की संख्या 322 मिलियन से ज्यादा है।
इनमे से आधे लोग दक्षिण पूर्वी एशिया और पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र के हैं। इनमे से भारत और चीन के लोग सबसे ज्यादा हैं। WHO की इस रिपोर्ट में कहा गया साल है कि 2005 से 2015 के बीच अवसाद ग्रसित लोगों की संख्या 18.4 प्रतिशत बढ़ गई है।
रिपोर्ट के अनुसार साल 2015 में भारत में अवसाद ग्रसित लोगों की संख्या 5,66,75,969 जो साल 2015 के कुल जनसँख्या के 4.5 प्रतिशत थी। डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों के अनुसार भारत में 2015 में अवसाद विकारों के कुल मामले 56675969 थे, जो 2015 में आबादी का 4.5 फीसदी था। जबकि चिंता के विकारों के कुल मामले 38425093 थे, जो इसी साल की अवधि में आबादी का 3 फीसदी था।