नई दिल्ली : यूपी की अखिलेश सरकार की मुश्किलें बढ़ती दिखाई दे रही हैं. ढाई साल पुराने रेप के एक केस में सरकार के दर्जा प्राप्त मंत्री और उनके तीन साथियों के खिलाफ पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है. कानपुर के कमीश्नर के आदेश पर गुरुवार को दर्ज की गयी इस रिपोर्ट पर पुलिस शुक्रवार को महिला का मेडिकल और 161 का बयान करा सकती है.
महिला को हवस का शिकार बनाना चाहते थे मंत्री और उनके साथी
यह रिपोर्ट अखिलेश सरकार के दबंग मंत्री के खिलाफ उन्हीं के मोहल्ले में रहने वाली एक महिला ने दर्ज कराई है. रिपोर्ट के मुताबिक 19 मार्च 2014 को आधी रात में तत्कालीन जिला पंचायत अध्यक्ष मों इरशाद (वर्तमान दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री) और उनके दो साथी घर पर आ धमके और दरवाजे को धक्का मारते हुए उसे गिरा दिया. इसके बाद तीनो नें उसके साथ रेप की कोशिश की थी. महिला ने शोर मचाना शुरू कर दिया. जिसे सुनकर कई लोग वहां एकत्रित हो गये. लोगों की भीड़ देखकर तीनों धमकी देते हुए वहां से चल दिए.
क्या अखिलेश के मंत्री की होगी गिरफ़्तारी ?
पीड़ित महिला के मुताबिक जब वह इस मामले की शिकायत लेकर पुलिस के पास गयी तो उसने रिपोर्ट दर्ज करने की बजाय उसे टरका कर भेज दिया. जिसके चलते उसकी शिकायत पर कोई सुनवाई न होने के कारण उसने कमीश्नर कानपुर से मिलकर न्याय की गुहार लगाई. कमीश्नर के आदेश के बाद शुक्रवार को औरैया कोतवाली में तीनों के ख़िलाफ़ रिपोर्ट दर्ज की गयी. सीओ रमेश सिंह ने कहा कि आरोपियों की ग़िरफ़्तारी का प्रयास जारी है. आरोपियों का मोबाइल लोकेशन लखनऊ की सीमा के पास बताया जा रहा है
क्या आरोपियों से पुलिस मिली थी ?
महिला ने कहा कि वारदात की रात उसका पति सलाख़ों के पीछे मौजूद था, जिसको छुड़ाने अगले ही दिन वह थाने पहुंची और देर रात हुई सारी घटना के बारे में सिलसिलेवार तरीके से सभी को बताया. यही नहीं तहरीर भी दी. लेकिन किसी ने भी उसकी एक न सुनी. लेकिन वहीं दूसरी ओर एसओ के शांति भंग का चालान कर पति को एसडीएम के सामने हाज़िर कर दिया. लेकिन एसडीएम साहब ने फ़ौरन उसके पति को 14 दिनों के लिये न्यायिक हिरासत में भेजने का फ़ैसला सुना दिया.
क्या सपा सरकार देगी पीड़ित महिला को इंसाफ ?
पति के जेल से बाहर आते ही महिला ने इंसाफ की कई बड़ी चौखटों पर जाकर दरवाज़ा खटखटाया. मगर इंसाफ तो छोड़िये महिला की न तो शिक़ायत दर्ज की गई और न ही मेडिकल कराया गया. बहरहाल समाजवादी पार्टी की सरकार में काफी दबंग कहे जाने वाले इस दर्जा मंत्री के खिलाफ क्या अखिलेश सरकार की पुलिस वाकई कार्यवाही करेगी ? या फिर और मामलों की तरह सरकार अपने मंत्री को बचाने के लिए इस मामले की जाँच कराकर अपनी पुलिस से अपने मंत्री को बचाकर सूबे की जनता के सामने अपनी सख्ती का एक नई मुख़ौटा पेश करेगी.