नई दिल्लीः बनारस में राहुल-अखिलेश का रोड शो पहले से तय था, मगर बीच में कूद पड़े मोदी। किया बंपर रोड शो, मगर जब परमिशन का मामला फंसने लगा तो उसे काशी विश्वनाथ और काल भैरव दर्शन का नाम दे दिया। पूरे लाव-लश्कर के साथ रोड शो करने पर सवाल उठने लगे तो मोदी के कैबिनेट में शामिल सबसे चतुर मंत्रियों में शुमार पीयूष गोयल आगे आए। मीडिया वालों से कह दिया- -भईया हमने रोड शो कहां किया, वह तो मोदीजी दर्शन के लिए जा रहे थे। भीड़ का कारवां तो अपने आप मोदी से जुड़ता गया। हम क्या करें। जिस तरह से भीड़ जुटी अब रविवार को मोदी गंगा दर्शन के लिए निकल रहे हैं। यानी एक बार फिर मोदी रोड शो करेंगे मगर फिर बहाना होगा गंगा दर्शन का। यानी राहुल-अखिलेश के रणनीतिकारों को अपने आगे मोदी ने बच्चा साबित कर दिया।
राहुल-अखिलेश के रोड शो का बिगाड़ा कवरेज
दरअसल राहुल-अखिलेश का रोड शो बनारस में पहले से होना था। जिला प्रशासन से इसकी अनुमति पहले से थी। टीम मोदी को लगा कि अगर राहुल-अखिलेश अकेले रोड शो करने में सफल रहे तो मीडिया की सुर्खियां वहीं लूट ले जाएंगे। अगर ऐसा हुआ तो मोदी सरकार की आधी कैबिनेट के बनारस में जमे होने का मतलब क्या रह जाएगा। बस क्या था कि काशी विश्वनाथ, काल भैरव के दर्शन के बहाने शनिवार को ही रोड शो का प्रोग्राम बना दिया गया। यानी राहुल-अखिलेश के रोड शो के समानांतर ही मोदी के रोड शो का प्रोग्राम बना। ताकि मीडिया का ध्यान बांट दिया जाए। कवरेज में मामला 50-50 का रहे। टीम मोदी की रणनीति सफल भी रही। जब राहुल-अखिलेश रोड शो कर बनारस से निकल गए तो फिर मोदी के लिए रविवार को बनारस का मैदान खाली मिला। अब मोदी रविवार को अकेले रोड शो कर रहे हैं। यानी चिट भी मेरी और पट भी मेरी।
पुलिस लाइंस से विद्यापीठ तक रोड शो करने निकले मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला बनारस में पुलिस लाइंस से निकल पड़ा है। 5 किलोमीटर के पहले चरण की शुरुआत दोपहर 3 बजे पुलिस लाइन से होगी। इसके पांडेय पुर चौराहा, हुकुलगंज, चौकाघाट, तेलियाबाग, पटेल धर्मशाला, सिंह मेडिकल चौराहा और सरदार पटेल चौराहा होते हुए शाम साढ़े पांच बजे काफिला काशी विद्यापीठ के खेल मैदान पहुंचेगा। यहां प्रधानमंत्री मोदी एक जनसभा को संबोधित करेंगे।