
नई दिल्लीः 500-1000 रुपये के नोट बैन के बाद लोग बैंकों की तरफ अपने पुराने नोट एक्सचेंज और जमा करने के लिए दौड़ पड़े हैं. एसबीआई चेयरमैन अरुंधती भट्टाचार्य ने है कि एसबीआई बैंक में कल लोगों ने 22150 करोड़ रुपये बैंक में जमा कराए हैं. ये आंकड़ा बेहद चौंकाने वाला है कि सिर्फ 1 बैंक में 1 दिन में इतनी बड़ी रकम जमा कराई गई है. इसके अलावा गुरुवार को 723 करोड़ रुपये लोगों ने 500-1000 रुपये के नोट एक्सचेंज किए हैं और बैंक ने 412 करोड़ रुपये बैंक ने एक्सचेंज में दिए हैं.
शनिवार से शुरू हो जायेगा काम
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में एक दिन में सेविंग अकाउंट में 11000 करोड रुपये बढ़े जबकि करंट अकाउंट मे 7000 करोड़ रुपये आए हैं. जिससे बैंक में लिक्विडिटी काफी बढ़ गई है. इसीका असर हो सकता है कि लेंडिग रेट कम होने के आसार हैं. इसके अलावा आज दोपहर 2 बजे तक लोगों ने 7723 करोड रुपये बैंक मे पैसे जमा किए.एसबीआई चेयरमैन ने कहा कि बैंक की सारी ऑफ साईट मशीनें कल तक काम करेंगी. बैंक ने लोगों से गुज़ारिश की है कि वो डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करे, जिससे बैंकों में आने वाले भीड़ कम हो सके. बैंक की 21000 पोस मशीनें काम कर रही हैं. जिन पर कल मशीनों के 9 लाख ट्रान्जेक्शन हुए. जबकि आम तौर पर 4 लाख ट्रान्जेक्शन होते हैं.
बैंक की प्रोग्रामिंग करने में लगेगा वक्त
बैंक के अर्धवार्षिक नतीजे जारी करते समय अरुंधति भट्टाचार्य ने कहा कि एसबीआई ने डीमोनिटाजाईजेशन के तहत कल देर रात तक काम किया. वहीं तेज़ी से काम करने के लिए एसबीआई प्रतिबद्ध है और अपने ग्राहकों को पूरी तरह से सहायता देगा. एसबीआई के तमाम एटीएम काम नहीं कर रहे है. क्योंकि नोट बदल चुके हैं. जिसकी वजह से बैंक को प्रोग्रामिंग करनी होगी. इसे 3-4 दिन लगेंगे. ऐसे में बैंक को उम्मीद है कि ये काम समय रहते हो जाएगा.
होगी कालेधन की छुट्टी
अरुंधति भट्टाचार्य ने बताया कि डीमोनिटाईजेशन की वजह से लक्ज़री चीज़ों की बिक्री कम होगी क्योंकि लोगों के पास काला धन नहीं होगा. ऐसे में सिस्टम में पारदर्शिता बढेंगी और काले धन की संख्या काफी कम हो जाएगी.