नई दिल्ली : भारत में इस्तेमाल होने वाले ईवीएम पर राजनीति क दलों द्वारा सवाल उठाये जाने के बाद अब यह विवाद अफ्रीकी देश बोत्सवाना तक भी पहुँच गया है। दरअसल साल 2019 में यहाँ होने वाले चुनावों में भारत की दो सरकारी कंपनियां भारत इलेक्ट्रानिक लिमिटेड, और इलेक्ट्रानिक्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडियन लिमिटेड की ईवीएम इस्तेमाल होने वाली थी। विवाद होने के बाद बोत्सवाना की सरकार ने हैकथॉन का आयोजन किया है। बोत्सवाना के चुनाव आयोग ने हैकर्स को ईवीएम हैक करने की चुनौती दी है, ताकि इस पर संदेह जता रहे दलों का शक दूर हो सके।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बोत्सवाना सरकार भारत में EVM बनाने वाली कंपनी से समझौता करने वाली है और अपने देश की जरूरतों के मुताबिक EVM का निर्माण करवाने वाली है। 18 मई को भारत में EVM बनाने वाली कंपनी भारत इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड वहां के लोगों को बताएगी कि EVM वोटिंग का एक सुरक्षित जरिया है।
बोत्सवाना सरकार VVPAT वाले EVM मशीनों का इस्तेमाल करने की योजना बना रही है। इस सेशन में कई दलों के प्रतिनिधि शिरकत कर रहे हैं। बोत्सवाना चुनाव आयोग ने इस सैशन में वैसे लोगों को आमंत्रित किया है जो इलेक्ट्रानिक्स और हैकिंग के एक्सपर्ट हैं।
इससे पहले दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी के एक विधायक ने EVM जैसे ही दिखने वाले एक मशीन पर एक डेमो कर दिखाया था कि EVM में डाले गए वोट के आंकड़ों में फेर बदल किया जा सकता है।