तिरुवनंतपुरम : केरल के महज पांच महीने पुरानी वामपंथी (LDF) सरकार के उद्योग मंत्री ई पी जयराजन को भाई-भतीजावाद का आरोप लगने के बाद आखिरकार इस्तीफ़ा देना पड़ा। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की अगुवाई में हुई बैठक के बाद CPI(M) की राज्य सचिवालय में हुई बैठक के बाद उनका इस्तीफ़ा लिया गया। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री पी विजयन ने जयराजन की सफाई को सुनने से इंकार कर दिया।
साथ ही विजयन ने फेसबुक पर भी पोस्ट किया कि राज्य के मुख्य सचिव से इस मामले की जांच करने के लिए कहा गया है एलडीएफ सरकार के लिए यह बेहद बड़ा झटका है क्योंकि केरल में चुनाव से पहले वामपंथी मोर्चे ने लोगों से वादा किया था कि वह भ्रष्टाचार के सख्त कदम उठाएगी। एलडीएफ सरकार में उद्योग मंत्री जयराजन पर आरोप था कि उन्होंने अपने रिश्तेदारों को अच्छी तनख़्वाह की सरकारी नौकरियां दिलवाई।
जयराजन पर सबसे बड़ा आरोप केरल राज्य औद्योगिक उपक्रम के मैनेजिंग डायरेक्टर के पद पर अपने भतीजे पीके सुधीर नाम्बियार की नियुक्ति को लेकर लगा। कड़े विरोध प्रदर्शन के बीच जयराजन के भतीजे की पत्नी ने भी कन्नूर के क्लेज़ एंड सिरैमिक्स प्रोडक्ट्स से इस्तीफा दे दिया। अब CPI(M) ने जयराजन से उनके विभाग विभाग में नियुक्तियों की लिस्ट भी मांगी है।