नई दिल्ली : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मौके पर ऐसा छ्क्का जड़ा कि लालू के होश उड़ गए. कल तक गठबंधन की सियासत पर राजद सुप्रीमो लालू के आगे चुप्पी साध कर बैठे नीतीश कुमार अब अपना सीना चौड़ा करके सत्ता पर राज करते दिख रहे हैं. राजनीति के पुराने धुरंदर खिलाडी कहे जाने वाले नीतीश ने मौका मिलते ही ऐसी चाल चली क़ि राजद सुप्रीमो क़ि भी बोलती उनकी इस चाल से बदल गयी है.
नोटबंदी को लेकर नीतीश जुटे मोदी की तारीफ़ करने में
नोटबंदी के कारण पूरा विपक्ष मोदी के ख़िलाफ़ है. इसका नीतीश फ़ायदा उठा रहे है. नीतीश मोदी और नोटबंदी की तारीफ़ करे है. नीतीश पीएम मोदी का समर्थन कर रहे है. नीतीश ने नोटबंदी को लेकर कहा था कि इस से शुरूआत में थोड़ी तकलीफ होगी. लेकिन अंत में इस से देश को फायदा होगा. लेकिन अब नीतीश कुमार ने पीएम मोदी से नोटबंदी के बाद बेनामी सम्पत्ति पर सर्जिकल स्ट्राइक की माँग की है.
लालू के कोई विकल्प नहीं
नीतीश ने नोटबंदी को लागू करने को लेकर सवाल खड़े किए हैं. उन्होने कहा कि इस में कई खामियां हैं. नोटबंदी का फैसला तो सही लेकिन इसे सही तरीके से लागू नहीं किया गया है. नीतीश के इस बयान से साफ़ ज़ाहिर होता है कि वो लालू के ख़िलाफ़ वार चल रहे है. महागठबंधन बीजेपी को हराने के लिए बना था जो अब नामुमकिन है. लालू यादव की बिहार में पकड़ के कारण नीतीश को घुटन होने लगी है. इसलिए वो महागठबंधन तोड़ना चाहते है. क्योंकि महागठबंधन टूटेगा तो सबसे ज़्यादा नुक़सान लालू को होगा. नीतीश के पास बीजेपी के रूप में एक विकल्प है. जबकि लालू के पास दूसरा कोई विकल्प नहीं है.
नीतीश की मोदी से नजदीकियां लालू के लिए खतरा
जिसके चलते नीतीश ने पीएम मोदी से बेनामी संपत्ति पर एक्शन लेने की मांग की है. पहले ही मोदी की नज़र बेनामी संपत्ति पर है. नीतीश कुमार और पीएम मोदी की बढ़ती नज़दीकियाँ लालू के लिए बड़ा ख़तरा खड़ा कर सकती है. ये अफवाह भी है कि नीतीश ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की थी. नीतीश कुमार इन सबको लेकर साफ़ साफ़ तो कुछ नहीं कह रहे पर उनकी हरकतों से अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि वो जल्द ही कोई बड़ा एलान कर सकते हैं.