नई दिल्ली : बिहार के बेगूसराय में रोजाना साढ़े तीन सौ रुपए कमाने वाले एक बढ़ई मिस्त्री के बैंक खाते से साढ़े तीन अरब रुपये का ट्रांजेक्शन होने के मामले को लेकर आयकर विभाग के होश उड़ गए हैं. एक मामूली से व्यक्ति के खाते में अरबों रुपये कैसे आये और कहां से आये. इन सब बातों का पता लगाने के लिए अब आयकर विभाग ने उससे पूछताछ करने के लिए अपना नोटिस देकर उससे इस पैसे का लेख ाजोखा मांगा है.
कहां से आये बढ़ई के खाते में 3 अरब 33 करोड़
गौरतलब है कि जिस बढ़ई को आयकर विभाग ने नोटिस भेज है. उसके खाते में महज 416 रुपये ही जमा है. बताया जाता है कि बढ़ई मिस्त्री का काम करने वाले सुधीर कुमार शाह को असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ इनकम टैक्स, सर्किल-2 की आेर से 28 सितंबर को आयकर विभाग एक्ट- 1961 सेक्शन 147/48 के तहत कार्रवाई के लिए नोटिस भेजा गया है. जिसमें यह दिखाया गया है कि वर्ष 2014-15 में सुधीर कुमार साह के खाते से 3 अरब 33 करोड़ दो लाख चौदह हजार 323 रुपये का लेनदेन किया गया है.
क्या कहना है सुधीर शाह का ? सुधीर शाह का कहना है कि जामनगर में एक कंपनी में नौकरी देने के नाम पर उसे एक व्यक्ति ने पैनकार्ड बनाने को कहा. आवेदन भी दिया लेकिन पैनकार्ड उसके हाथ नहीं आया. उसे सिर्फ पैनकार्ड के साथ मिलने वाला एक लेटर दिया गया. सुधीर शाह ने बताया कि बरौनी थाना क्षेत्र स्थित हरपुर के इलाहबाद बैंक में उसका एक मात्र खाता है जो जनधन योजना के तहत खुलवाया गया है. इसमें मात्र 416 रुपए हैं.
आईटी ने शुरू की जांच
रिपोर्ट के मुताबिक आयकर विभाग के एक पदाधिकारी का कहना है कि मामला 2012-13 का है और ऐसा लगता है कि उक्त व्यक्ति के पैनकार्ड का दुरूपयोग किया गया है. वहीं, सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि चेक पर निकासी के लिए सुधीर शाह के ही हस्ताक्षर हैं. जिसके एवज में उसे कुछ राशि भी दी गयी होगी. ऐसा माना जा रहा है. इन सबके बीच आयकर विभाग की टीम इस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुट गयी है.