दिल्ली : दिल्ली में बर्ड फ्लू तेजी से फैल रहा है. जिसके चलते चिडियाघर और डियर पार्क बंद कर दिए गए हैं. दिल्ली में पिछले तीन दिनों में कुल 17 पक्षियों की मौत हो चुकी है. तो वही मध्यप्रदेश के ग्वालियर मे पिछले 48 घंटे के भीतर चिड़ियाघर (ZOO) में 15 पक्षियों की मौत हो गई. यहां के अफसर इसे संक्रमण बता रहे हैं, लेकिन इसी प्रकार बर्ड्स की मौत दिल्ली के जू में भी हुई हैं. वहां पर मौत का कारण बर्ड फ्लू बताया गया है.
आपको बता दें, भारत ने 5 सितंबर 2016 से स्वयं को एवियन इन्फ्लूएंजा (H5N1) से मुक्त घोषित कर दिया था और इसकी सूचना विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन (ओआईई) को भी दी थी. लेकिन अब दोबारा भारत की राजधानी दिल्ली में H5N1 वायरस तेजी से फैल रहा है. दिल्ली सरकार ने अलग अलग जगहों से 50 सैंपल लेकर जालंधर की लैब में जांच के लिए भेजे हैं.
इंसानों को ऐसे लेता है अपनी चपेट मे
ये वायरस इंसानों के लिए भी घातक है लेकिन उनमें ये बीमारी संक्रमित मुर्गियों या अन्य पक्षियों के बेहद निकट रहने से ही फैलती है. यानि मुर्गी की अलग-अलग प्रजातियों से डायरेक्ट या इन्डायरेक्ट कॉन्टेक्ट में रहने से इंसानों में बर्ड फ्लू वायरस फैलता है फिर चाहे मुर्गी जिंदा हो या मरी हुई हो.
इंसानों में ये वायरस उनकी आंखों, मुंह और नाक के जरिए फैलता है. इसके अलावा इंफेक्टिड बर्ड्स की सफाई या उन्हें नोंचने से भी इंफेक्शन फैलता है. हालांकि, ये अभी तक ज्ञात नहीं है कि ठीक से पकाए नॉनवेज फूड से भी वायरस फैलता है या नहीं. अगर बर्ड फ्लू का सही से इलाज ना करवाया जाएं तो ये वायरस बढ़कर कई अंगों को फेल कर सकता है.
क्या कदम उठा रही है दिल्ली सरकार
कंट्रोल रूम की स्थापना
क्विक रिस्पॉन्स टीम का गठन
स्वास्थ्य, पशुपालन, केंद्रीय टीम की नज़र
प्रवासी पक्षियों के आने वाली जगहों पर दवा का छिड़काव
पोल्ट्री फार्म मालिकों को एहतियात के निर्देश
क्या है बर्ड फ़्लू
एवियन इन्फ़्लूएंजा H5N1 की वजह से
पक्षियों में पाया जाता है यह वायरस
पक्षियों से इंसानों में फैलता है
बर्ड फ्लू में फेफड़ों का इंफेक्शन
अधिकतर मामलों में जानलेवा
बर्ड फ्लू के लक्षण
शुरू में गले की ख़राश
सांस नली में इंफेक्शन
दो से आठ दिन के बीच बढ़ता है
धीरे-धीरे बुख़ार, उल्टी, पेट दर्द, नाक से ख़ून निकलना
गंभीर रोगियों को सांस की तकलीफ़ से मृत्यु भी हो सकती है
बर्ड फ्लू का इलाज
बर्ड फ्लू का इलाज एंटीवायरल ड्रग ओसेल्टामिविर (टैमीफ्लू) (oseltamivir (Tamiflu) ) और ज़ानामिविर (रेलेएंजा) (zanamivir (Relenza)) से किया जाता है.
इस वायरस को कम करने के लिए पूरी तरह आराम करना चाहिए.
हेल्दी डायट लेनी चाहिए जिसमें अधिक से अधिक लिक्विड हो.
बर्ड फ्लू अन्य लोगों में ना फैले इसके लिए मरीज को एकांत में रखना चाहिए.
कम से कम लोग मरीज से मिलें.
क्या करें, क्या ना करें
किसी भी मरे हुए या बीमार पक्षियों को ना छुएं.
फिलहाल बर्ड फ्लू एरिया में नॉनवेज से दूर रहें.
नॉनवेज खा रहे हैं तो जहां से आप इसे खरीद रहे हैं वहां ध्यान रखें कि साफ-सफाई हो और सभी तरह की सावधानियां बरती गई हों.