नई दिल्ली : कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कालाधन का सबसे बड़ा ‘संरक्षक’ बताते हुए आज कहा कि नोटबंदी योजना के बुरी तरह विफल होने के बाद अब नियमों को ताक पर रखकर प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना की आड़ में काला धन सफेद कर रहे हैं.
नोटबंदी की सूचना चहेतों को पहले दी गई
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मोदी ने पहले योजना चलाकर काले धन को सफेद किया और अब नोटबंदी औंधे मुंह गिरने के बाद पुन: काला धन रखने वालों की रकम सफेद कर रहे हैं. आयकर कानून के अनुसार नोटबंदी के बाद कालाधन पकड़े जाने पर 135 प्रतिशत जुर्माना बनता है. लेकिन मोदी सरकार ने तथाकथित प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत सिर्फ 52 प्रतिशत जुर्माने से काला धन सफेद करने की मुहिम शुरू की है.’’ उन्होंने कहा कि देश जानना चाहता है कि एक अप्रैल से नौ नवंबर 2016 तक भाजपा के नेताओं और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेताओं के बैंक खातों में कितना और कैसा लेन-देन हुआ.
जनधन की आड़ में कालाधन सफेद करने में लगी BJP
आरोप है कि ‘‘भाजपा ने बिहार और ओडिशा में नोटबंदी से पहले बड़े पैमाने पर जमीनें खरीदीं.’’ सुरजेवाला ने कहा कि रिजर्व बैंक के आंकड़ें देखें तो सितंबर 2016 में देश के बैंकों में 5.88 लाख करोड़ रुपए अतिरिक्त जमा हुए. इससे आशंका होती है कि कुछ लोगों को नोटबंदी की सूचना पहले ही दे दी गई थी. उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद जनधन खातों में 75,000 करोड़ रुपए जमा हुए. जबकि नोटबंदी से पहले 76 प्रतिशत खातों में पांच रूपये या उससे कम जमा थे. ऐसे में आशंका पक्की है कि भाजपा के लोग जनधन खातों के जरिए काला धन सफेद कर रहे हैं.
एटीएम की लाइन में हुई मौत के जिम्मेदार PM
सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री बैंकों और एटीएम की लाइन में खड़े उन लोगों के परिजनों से माफी मांगे, जिन्होंने अपना ही धन निकालने के लिए जान गंवाई है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के पास पर्याप्त मात्रा में नोट नहीं है और वह जनता को झूठा दिलासा दे रही है.