नई दिल्ली : इस बार भी उत्तरप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने से पहले केंद्र में सत्ता वाली बीजेपी भगवान राम के भरोसे है। गौर करें तो 90 के दशक में जब बीजेपी के पास अपनी राजनीति क सत्ता नही थी और लोगों को बताने के लिए अपना कोई अजेंडा नही था तब उसने राम के नाम पर चुनावी समर के कूदने का फैसला किया था। लेकिन आज तो बीजेपी के पास केंद्र में अपनी पूर्ण बहुमत की सरकार है। फिर भी उसे यूपी में जीतने के लिए बीजेपी को राम के नाम का सहारा क्यों लेने पड़ रहा है।
वाराणसी में झाड़ू पकड़ने के लिए नौ हजार पोस्ट ग्रेजुएट तैयार
क्या बीजेपी के लिए रोजगार से ज्यादा महत्वपूर्ण राममंदिर या रामायण म्यूजियम हो चला है। क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की ही बात करें तो इस बार वाराणसी नगर-निगम में कॉन्ट्रैक्ट पर 915 सफ़ाई कर्मियों की वेकेंसी निकली है। इसमें आवेदन करने के लिए योग्यता 8वीं पास है लेकिन वाराणसी के सुनील जैसे नौ हजार लोग ऐसे है जो पोस्ट ग्रैजुएट होने के बावजूद रोजगार के लिए झाडू उठाने के लिए तैयार हैं।
बीबीसी की रिपोर्ट की माने तो साल 2005 में ग्रेजुएशन करने वाले रविशंकर बताते हैं कि फ़ॉर्म जमा करने के दौरान उनका सामान्य वर्ग के ऐसे-ऐसे अभ्यर्थियों से सामना हुआ जो बीटेक और एमबीए तक कर चुके थे। वाराणसी के नगर निगम की माने तो उन्हें कुल एक लाख आवेदन मिले हैं।
हाई स्कूल या उससे ऊपर की शिक्षा पाने वाले 80 फ़ीसद अभ्यर्थी हैं. कुल आवेदकों में से क़रीब नौ हज़ार से ऊपर ऐसे हैं, जो स्नातक और स्नातकोत्तर हैं." कुल आवेदकों में से आधे ओबीसी है, क़रीब 40 फ़ीसद अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के और क़रीब 10 फ़ीसद सामान्य श्रेणी के हैं
बेरोजगारी का ये आलम है - रोज 550 नौकरियां ख़त्म हो रही हैं
केंद्र में सरकार बनाने के बाद मोदी सरकार ने बड़ी संख्या में योजनाएं चलाई और उनसे बेहद लाभ होने की बात कही लेकिन उन योजाओं की आहट इस बार यूपी चुनाव में क्यों नही सुनाई दे रही है। साल 2014 के चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा रोजगार दिलाने का था। इस वादे पर बीजेपी सरकार कितनी खरी उतरी है इसका अंदाजा हालही में हुए एक स्टडी से लगाया जा सकता है जिसमे कहा गया है कि देश में रोज 550 नौकरियां ख़त्म हो रही हैं। जिसके चपेटे में कृषि से जुड़े और कंस्ट्रक्शन लेबर हैं। वहीँ लेबर ब्यूरो के आंकड़ों की माने तो भारत में 2015 में सिर्फ 1.35 नौकरियां आई थीं। जबकि, साल 2013 में 4.19 और 2011 में 9 लाख नौकरियां थीं।
225 करोड़ का रामायण म्यूजियम बनेगा
बीजेपी 1992 में बाबरी मस्जिद गिराए जाने के बाद से ही वहां राममंदिर बनाने का वादा लोगों से करती आयी है लेकिन अभी तक अयोध्या में राममंदिर नही बन पाया है। इस बार चुनाव से ठीक पहले केंद्र सरकार ने अयोध्या में राममंदिर के विवादिर स्थान से 15 किलोमीटर दूर रामायम म्यूजियम बनाने का फैसला किया है इसके लिए 225 करोड़ का बजट भी तय किया गया है।