नई दिल्लीः बिहार में नोटबंदी से पहले चार करोड़ के जमीन सौदे को लेकर विपक्ष के हमलों का सामना कर रही भाजपा ने सफाई पेश की है। बिहार में भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने कहा है कि जो भी जमीन खरीदी गई है। उसमें खर्च का कोई ब्योरा छुपाया नहीं गया है। कैश से नहीं बल्कि चेक से जमीन का सौदा हुआ है। जब भुगतान आरटीजीएस सिस्टम से हुआ है तो फिर इसे कालाधन कैसे कहा जा सकता है।
भाजपा के हर खर्च का हिसाब आयकर टैक्स को
सुशील मोदी ने कहा है कि भाजपा अपने सभी खर्चों का हिसाब-किताब पारदर्शी रखती है। आयकर विभाग को हर खर्च की जानकारी देती है। विपक्ष जो भी आरोप लगा रहा है वह बेबुनियाद है। गौरतलब है कि पांच जुलाई 2015 को बेंगलुरू में आयोजित महासंपर्क अभियान में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था कि भाजपा की सदस्यता 10 करोड़ हो गई है। इस नाते उन्होंने देश भर में कार्यालय खोले जाने की जरूरत पर बल दिया था। इसी उद्देश्य से पार्टी ने जमीन खरीदी। अगर किसी को कोई जानकारी लेनी हो तो वह आयकर विभाग से सूचना हासिल कर सकता है।