नई दिल्ली : मोदी की नोटबंदी को लेकर दिल्ली से सटे यूपी सरकार के गाज़ियाबाद विकास प्राधिकरण के अफसरों में कालेधन को लेकर अफरातफरी मच गयी है. इस मलाईदार विभाग के प्रवर्तन और भवन विभाग में तैनात अभियंताओं को सबसे अधिक चिंता इन दिनों 500 और 1000 रुपये की नोटों को बदलने की है. जिसके चलते नियमों को ताक पर रखकर अवैध निर्माण कराने वाले अभियंताओं पर आयकर विभाग की ख़ुफ़िया टीम नजर गड़ाए बैठी है.
अवैध निमार्ण के नाम पर होती है लूट
सूत्रों के मुताबिक दिल्ली से सटे एनसीआर में गाज़ियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA ) का कार्यालय होने के कारण यहां के बिल्डर और अभियंता साल भर के भीतर ही करोड़पति बन जाते हैं. जब- जब यहां का कोई अभियंता पकड़ा गया तो यह बात हमेशा सुर्ख़ियों में बेशुमार रही है कि गाज़ियाबाद में जो भी अभियंता साल भर रहा वह करोड़पति बन गया. लेकिन अब ये बात सालों पुरानी हो चुकी है. बताया जाता है कि अब तो ग्रुप हाऊसिंग के मानचित्र कि स्वीकृति में ही लाखों रुपये का नजराना बिल्डर को चढ़ाना पड़ता है.
कैसे करते हैं अभियंता कमाई ?
इसके साथ ही जब निर्माण कार्य शुरू होता है तो GDA के क्षेत्रीय अभियंता और उनके चपरासी पहले ही अवैध निर्माण करने को लेकर टोकन मनी ले लेते हैं. इसके बाद हर हफ्ते धन उगाही की जाती है. जिसका जीता जागता नमूना गाज़ियाबाद सिटी में खुलेआम देखा जा सकता है. बताया जाता है कि इस तरीके से जमकर माल कमाने वाले अभियंताओं ने अधिकांश तौर पर कमाई गयी काली कमाई का धन कई जगहों पर निवेश कर रखी है. खबर है कि कई अभियंताओं ने लखनऊ से लेकर दिल्ली तक में अपनी कई प्रापर्टियां खरीदकर उन्हें किराये पर दे रखा है. और अब लाखों रुपये का किराया उससे प्रतिमाह कमाया जा रहा है.
GDA अफसर लगे कालेधन को सफ़ेद करने में
फिलहाल पीएम मोदी की नोटबंदी की कार्यवाही से परेशान GDA के अफसर अब अपने कालेधन को सफ़ेद बनाने की जुगाड़ में लगे हैं. सूत्रों के मुताबिक प्राधिकरण के ऐसे अफसरों की धरपकड़ करने के लिए आयकर विभाग ने अपनी कई टीमें बना रखी हैं. बताया जाता है की GDA के अभियंता कितनी नॉट बदल चुके हैं और कितनी बदल रहे हैं. इन सबका बारीकी से परीक्षण किया जा रहा है.
जब्त हो सकती हैं बेनामी संपत्तियां
बहरहाल जल्दी ही कालाधन छिपाकर बैठे GDA के अफसरों पर अब जल्दी ही आयकर विभाग के अधिकारी शिकंजा कसने की तयारी कर रहे हैं. खबर है कि GDA में तैनात कई अभियंताओं कि समपत्तियां जब्त भी कि जा सकती हैं.