नई दिल्ली : चीन ने भारत को नसीहत दी है कि वह डोनाल्ड ट्रंप के चक्कर में न पड़े. भारत अपने घरेलू उत्पादन पर ध्यान दे. चीन का कहना है कि डोनाल्ड ट्रंप से भारत चाहे जितने गहरे व्यापार िक रिश्ते बना ले लेकिन भारत आने वालो सालों में चीन की बराबरी नहीं कर सकता हैं. चीन के अंग्रेजी अखबार ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक भारत को जमीनी हकीकत समझनी होगी और अमेरिका की और झुकने के बजाए कंपनी और फैक्ट्रियो की संख्या बढाए.
ग्लोबल टाइम्स आगे लिखता है कि चीन और अमेरिका का व्यापार 558 मिलियन डॉलर है वहीं भारत और अमेरिका का व्यापार 109 मिलियन डॉलर है लिहाजा 5 गुना बड़े व्यापार का मुकाबला नहीं कर सकता है.
ग्लोबल टाइम्स लिखा है अगर भारत उत्पादन के जरिए अपनी निर्यात की सप्लाई चैन को बढ़ाता है तो इसके भारत का बाजार भी बढ़ेगा और देश में रोजगार के ज्यादा मौके जनता को मिलेंगे. चीन ने यह भी नसीहत दी है. कि भारत जिन प्रमुख देशों के साथ व्यापारिक रिश्ते है उन सभी से भारत को घाटा ही हो रहा है. मिसाल के तौर पर चीन ने 2015 में भारत से 58 बिलियन डॉलर का सामान निर्यात किया जब की भारत सिर्फ 13 बिलियन डॉलर का सामान चीन को भेज सका.
यानी दोनो देशो के कारोबार में 44 बिलियन डॉलर का अंतर है लिहाजा ग्लोबल टाइम्स ने भारत सरकार को सुझाव दिए है कि पड़ोसी देश के चीन चाहता है कि भारत आगे बड़े और अपने देश में ज्यादा से ज्यादा कारखाने लगाए और उत्पादन बढ़ाए . और अगर यह कदम उढाते तो भारत अपनी गरीबी मिटा सकता हैं.