नई दिल्ली : ग्वालियर पुलिस ट्रेन में चोरी हुए एक महिला के मोबाइल की खोजबीन साल 2014 से कर रही थी। महिला का मोबाइल ग्वालियर ट्रेन में चोरी हो गया था और उसने ग्वालियर जीआरपी थाने में इसकी एफआईआर करवाई थी। पुलिस को अब इस मोबाइल का पता लग चुका है। इस मोबाइल पर भारतीय रेलवे का हेल्पलाइन नंबर चल रहा था। अख़बार नई दुनिया की खबर के अनुसार लोकेशन के आधार पर पुलिस पड़ताल करती हुई झांसी पहुंची।
जीआरपी को चोरी हुआ मोबाइल झांसी कमर्शियल कंट्रोल रूम में चलता मिला। जो सिम मोबाइल में चलती मिली है, वह सिम तत्कालीन डीसीएम के नाम पर बताई गई है। इस मामले के सामने आने के बाद रेलवे अधिकारियों में खलबली मची हुई है। रेलवे अधिकारी इस मामले पर पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए हैं। 13 सितम्बर 2014 को तमिलनाडु एक्सप्रेस से चेन्नई की रहने वाली महिला प्रोफेसर फातिमा बाबू का बैग चोरी हो गया था।
बैग में सोने-चांदी के जेवरात सहित उनका मोबाइल रखा था। सामान चोरी की रिपोर्ट उन्होंने ग्वालियर जीआरपी ब्रॉडगेज थाने में दर्ज कराई थी। चोरी गए मोबाइल के आईएमईआई नंबर के आधार पर जीआरपी स्टाफ ने इसे सर्विलांस पर लगाया। मोबाइल की लोकेशन झांसी में पाई गई।
जांच में सामने आया कि चोरी गया मोबाइल फोन 09794838973 नंबर पर चल रहा है। लोकेशन के आधार पर जीआरपी ने तलाश शुरू की। तलाश करते हुए ग्वालियर जीआरपी झांसी पहुंची तो इस मोबाइल पर रेलवे की कमर्शियल हेल्पलाइन चलती मिली। शनिवार को ग्वालियर से जीआरपी स्टाफ वहां पहुंचा।