नई दिल्लीः महाराष्ट्र और उड़ीसा के स्थानीय निकाय चुनावों में कांग्रेस की करारी हार पर पार्टी में राहुल गांधी पर ठीकरा फोड़ा जा रहा है। हालांकि कोई खुलकर तो सामने नहीं आ रहा है मगर दबी जुबान चर्चा शुरू हो गई है। पार्टी के एक बड़े नेता का कहना है कि कई शीर्ष नेता अब मान चुके हैं कि राहुल के अंदर नेतृत्व क्षमता नहीं है।
राहुल ने जब से कमान संभाली तब से बुरे दिन
2014 में पार्टी की करारी हार के बाद राहुल गांधी ने पार्टी की कमान अपने हाथ में ली। पूरे देश में पार्टी को एकजुट करने के लिए सभाएं की। मगर परिणाम पार्टी के लिए उत्साहजनक नहीं रहे। हर चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। पार्टी एक के बाद एक राज्य में हारती जा रही है और देखा जाए तो धीरे धीरे पार्टी साफ होती जा रही है। नरेंद्र मोदी सरकार से टक्कर लेने के लिए कोई गेमप्लान नहीं है न ही कोई रणनीति है. पार्टी नेताओं ने नाम न लेने की शर्त पर तो यहां तक कहा कि राहुल गांधी के हमले अभी तक कारगर सिद्ध नहीं हुए हैं और महाराष्ट्र और ओडिशा में बीजेपी को मिली जीत का असर यूपी के बाकी बचे चरणों में मतदान पर भी देखने को मिलेगा।