नई दिल्लीः यूपीए सरकार एक और रक्षा घोटाले में घिर गई है। इस पर अब भारतीय राजनीति का फिर से गरमाना तय है। ब्राजील की जेट विमान निर्माता कंपनी एंब्रेयर की डीआरडीए से हुए 20.8 करोड़ डॉलर के सौदे में दलाली का खुलासा हुआ है। अमेरिका में चल रही जांच में यह बात सामने आई है। जिस पर भारत सरकार ने ब्राजील की जेट कंपनी से 15 दिनों में ब्योरा तलब किया है।
भारतीय मुद्रा में विमान खरीद का यह सौदा करीब 1391 करोड़ रुपये का रहा।
तीन विमानों की हुई थी खरीद
वर्ष 2008 में डीआरडीओ ने विमान हमले की पूर्व चेतावनी और नियंत्रण प्रणाली(एईडब्ल्यू एंड सी) के रडार युक्त तीन ईएमबी-145 प्लेन खरीदे थे। अमेरिका में इस सौदे को लेकर जांच शुरू होने के बाद डीआरडीओ ने ब्राजीली कंपनी एंब्रेयर से सौदे को लेकर कई बिंदुओं पर ब्योरा मांगा है। दरअसल इन विमानों को खरीदकर डीआरडीओ से निर्मित 2520 करोड़ के रडार लगाए जाने थे।
ब्राजीली अखबार ने किया घोटाले का खुलासा
ब्राजील के सबसे अधिक प्रसार संख्या वाले अखबार फोल्हा द साओ पाओलो ने इस घोटाले से जुड़ी रिपोर्ट छाप कर कई देशों में हलचल मचा दी है। अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक जेट कंपनी एंब्रेयर ने जेट विमान बेचने के लिए ब्रिटिश रक्षा दलालों को करोड़ों की घूस दी। इस घोटाले की जांच ब्राजील और अमेरिका मिलकर कर रहे हैं। रिपोर्ट में कंपनी के पूर्व निदेशक फिलिप क्लोसे का बयान भी छपा है। जिसमें उन्होंने अमेरिकी जांचकर्ताओं को बताया है कि कंपनी ने भारत में विमान बेचने के लिए दलालों की सेवाएं लीं।