नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2016 के अपने आखिरी मन की बात प्रोग्राम में वह राज उजागर किया, जिसे जानने को हर कोई उत्सक था। आम हो या खास। हर किसी के जेहन में यह सवाल कौंध रहा था कि आखिर हर रोज नए नोट कैसे पकड़े जा रहे हैं। कभी स्याही लगने की अफवाह फैलती तो कभी चिप लगने की। रविवार को मन की बात प्रोग्राम में खुद मोदी ने कहा कि मैं आपको एक राज की बात बताना चाहता हूं। आप भी सोच रहे होंगे कि देश के कोने-कोने में हर रोज नए-ऩए नोट क्यों पकड़े जा रहे हैं। हम आपको सेक्रेट बता रहे हैं । दरअसल यह सब जानकारियां कहीं और से नहीं हमें जनता से ही मिल रहीं हैं।
ईमेल पर कोई भी दे सकता है गोपनीय सूचना
मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा कि-मैं देशवासियों का हृदय से अभिनन्दन करना चाहता हूं। रोज़ नये-नये लोग पकड़े जा रहे हैं, ये जानकारियां मुझे लोगों की तरफ़ से मिल रही है।
सरकारी व्यवस्था से जितनी जानकारी आती है उससे कई ज़्यादा नागरिकों से जानकारियां आ रही हैं और ज़्यादातर में हमें सफलता मिल रही है.
सरकार ने एक ईमेल एड्रेस जो लोग इस प्रकार की ख़बरें देना चाहते हैं, उनके लिए बनाया है।
विश्व में बढ़ रही भारत की साख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कई इंडीकेटर्स के जरिए देश की ग्लोबल रैकिंग में बढ़ोत्तरी हो रही है।
वर्ल्ड बैंक की DoingBusinessReport में भारत की रैंकिंग बढ़ी है।
UNCTAD की ओर से जारी WorldInvestmentReport अनुसार टॉप प्रोस्पैक्टिव होस्ट इकोनोमीज फॉर 2016-18 में भारत तीसरे स्थान पर पहुंच गया है।
wef के GlobalCompetitivenessReport में भारत ने 32 रैंक की छलांग लगाई। GlobalInnovationIndex2016 में हमने 16 स्थानों की बढ़त ली.
WorldBank के #LogisticsPerformanceIndex 2016 में 19 रैंक की बढ़ोतरी हुई. भारत तेज़ी से आगे बढ़ रहा है.