जिस कोयले की कालिख ने मनमोहन सरकार के किरदार को काला कर दिया था उसी कोयले को फर्जी चालन के सहारे कोडरमा के रास्ते झारखंड से तस्करी कर बिहार ले जाया जा रहा है. इस बात का खुलासा झारखंड पुलिस के जांच के दौरान हुआ. पुलिस ने 23 अक्तबर को दिलटवहिया जंगल के पास से कोयला लदे 8 ट्रकों को जब्त किया था. जांच को दौरान 6 ट्रकों के चालान सही निकले , जबकि दो ट्रकों के चालान जांच में पर्जी निकले .
एसपी जी क्रांति कुमार ने दावा किया कि ट्रोकों के चालान सीसीएल से द्वारा जारी किया है. और कोयला बिहार के बेगूसराय, दरभंगा और अन्य जगह ले जाया जा रहा था . ऐसे में इन ट्रकों को जांच के बाद छोड़ा गया. लेकिन बिना चालान के कोयला ले जा रहे ट्रक चालको को गिरफ्तार कर जेल भेजने की तैयारी है.
एसपी ने बताया कि 23 अक्तूबर को खुफिया सूचना मिली थी कि हजारीबाग, रजरप्पा मंदीर की तरफ से कोयला लदे ट्रक बागीटांड़ चेकपोस्ट से अवैध पेपर बना कर पार कराया जा रहा है . इस सूचना पर कोडरमा घाटी में तैनात पदाधिकारी व पुलिस बल को जांच का आदेश दिया गया. जांच के दौरान दो ट्रोक नंबर JH-02AS -8386 और JH-02AH-5557 को जब्त किया गया. इन दोनों ट्रकों पर क्रमश - 200020 : 14990 किलो कोयला लदा था. इस गिरोह के मास्टर मांइड भोला यादव को गिरफ्तार किया गया.