नई दिल्ली: क्या कभी ऐसा हो सकता है कि सरकार 90 पोस्ट निकाले और 97 को मिल जाए! सुनने में थोड़ा अजीब भले ही लगे लेकिन ऐसा हुआ है। ऐसा हुआ है हरियाणा में। जहां हरियाणा के मत्स्य पालन विभाग में तीन माह पहले हुई फिशरमैन कम वाचमैन के 97 पदों पर भर्ती हो गई। जो अब सवालों के घेरे में है। मामला अब कोर्ट में पहुंच गया है।
कोर्ट में पहुंचा मामला
भिवानी, कुरुक्षेत्र और नूंह के कुछ युवकों ने इस भर्ती को चैलेंज करते हुए हाईकोर्ट याचिका लगाई है। हाईकोर्ट ने याचिका स्वीकार करते हुए सरकार को भर्ती रिकॉर्ड सील करने के आदेश दिए हैं। साथ ही 23 दिसंबर दोपहर 1 बजे के बाद पद ग्रहण करने वाले कर्मचारियों को वर्क अलॉट करने पर भी अगली सुनवाई तक रोक लगाई है। अब मामले पर अगली सुनवाई 13 जनवरी को होगी।
बड़ा गड़बड़झाला आयेगा सामने
याचिकाकर्ताओं का आरोप है कि विभाग और सिलेक्शन कमेटी में शामिल अधिकारियों के कई करीबियों का चयन किया गया। कई ऐसे उम्मीदवारों का चयन हुआ, जो अनिवार्य योग्यता भी पूरी नहीं कर पाए। भर्ती की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए तो बड़ा गड़बड़झाला सामने सकता है।
मुझे नहीं पता क्यों भर्ती किए गए 97
सिलेक्शन कमेटी के चेयरमैन विजय कुमार शर्मा का कहना है, "भर्ती में पारदर्शिता हर कदम पर बरती गई। हम कोर्ट में अपना पक्ष रखेंगे। 90 की जगह 97 पोस्ट क्यों भरी गई, इस बारे में विभागीय अधिकारी बता सकते हैं। हमारा काम सिर्फ टेस्ट लेना था।'
क्या कहा याचिकाकर्ता ने
याचिकाकर्ताओं के मुताबिक कई ऐसे उम्मीदवार भर्ती हुए, जो तैरने जैसी अनिवार्य शर्तें भी पूरी नहीं करते। इनमें अधिकारियों के नजदीकी हैं। करीब 54 उम्मीदवार तो विभाग के मंत्री, कमेटी अधिकारियों के हलकों से हैं। कमेटी में हिसार से दो सदस्य थे, यहां से 15 युवा चयनित हुए। विभाग के डायरेक्टर के हलके भिवानी से 9, कृषि मंत्री ओपी धनखड़ के गांव से 3 तो झज्जर जिले से कुल 13 युवक भर्ती हुए। कमेटी में एक सदस्य कैथल से थे, वहां से 10 तो कमेटी चेयरमैन के एरिया यमुनानगर से 7 उम्मीदवार चयनित हुए। जबकि कुरुक्षेत्र जैसे कुछ जिले ऐसे हैं, जहां से एक भी उम्मीदवार सिलेक्ट नहीं हुआ। आरोप है कि एक अधिकारी का भांजा भतीजा और गांव का एक युवक और कमेटी सदस्य कश्मीर सिंह का भाई सिलेक्ट तो साला वेटिंग लिस्ट में है।
बता दें विभाग ने 11 फरवरी 2016 को फिशरमैन कम वाचमैन ग्रुप डी के 90 पदों के लिए विज्ञापन जारी किया। 18 से 42 साल तक के 2532 उम्मीदवारों ने आवेदन किया। चयन के लिए सिलेक्शन कमेटी बनाई गई। जिसमें डीडीए,पंकूला विजय शर्मा को चेयरमैन,डीएफओ पानीपत कश्मीर सिंह, हिसार से बलराज सहरावत बलबीर सिंह सदस्य थे। एक अगस्त से 2 सितंबर तक भर्ती प्रक्रिया चली। 90 अंकों का टेस्ट, जाल बुनना, जाल फेंकना, मछलियों की पहचान तैराकी जैसे प्रेक्टिकल टेस्ट और 10 अंक का इंटरव्यू रखा। 12 दिसंबर को विभाग ने वेबसाइट पर रिजल्ट डाला। जिसमें 90 की जगह 97 की भर्ती की गई। जबकि वेटिंग लिस्ट अलग है। इन सात पदों के लिए कोई नोटिफिकेशन नहीं हुआ। यह भर्ती हरियाणा कर्मचारी स्टाफ सिलेक्शन कमीशन के बजाय विभाग ने अपने स्तर पर की। जो 7 पद बढ़ाए गए, वे सामान्य वर्ग के हैं।