नई दिल्ली: वो जब महज 20 साल के थे। एक दिन गर्लफ्रेंड के साथ एक फोटोग्राफर ने रेप कर दिया तो उन्होंने रेपिस्ट को गोली मार दी। 16 साल की जेल की सजा मिली और अब सीईओ बनेंगे। ये कहानी है 45 साल के जॉन वॉलवर्डे की। जिन्हें अमेरिकी कंपनी यूथबिल्ड इंक का चीफ एग्जिक्युटिव ऑफिसर (सीईओ) नियुक्त किया गया है।
124 लोगों को छोड़ा पीछे
जॉन वॉलवर्डे अमेरिकी कंपनी यूथबिल्ड इंक के नये सीईओ होंगे। इस ओहदे की रेस में उन्होंने 124 लोगों को पीछे छोड़ा है। यूथबिल्ड समरविले मैसाचुसेटस स्थित एक नॉनप्रॉफिट कंपनी है। यह दुनिया के 21 देशों में पढ़ाई छोड़ चुके और कम इनकम वाले लाखों युवाओं को स्किल्स सिखाने और जॉब दिलाने में मदद करती है।
क्यों हुई जेल
बात 1991की है। जॉन उस वक्त महज 20 साल के थे। वह पढ़ाई में काफी तेजतर्रार थे। एक दिन उनकी गर्लफ्रेंड के साथ एक फोटोग्राफर ने रेप कर दिया। गर्लफ्रेंड ने अपनी आपबीती जॉन को बताई तो उसने रेपिस्ट फोटोग्राफर के सिर में गोली मार दी। फोटोग्राफर पर उस समय रेप के दो और आरोप थे। पर जॉन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। कोर्ट ने जॉन को कत्ल के जुर्म में 16 साल की जेल की सजा सुनाई।
जारी रखी पढ़ाई
जॉन ने जेल में भी अपनी पढ़ाई जारी रखी। मैरी कॉलेज से बिहैवियरल साइंस में बैचलर और न्यूयॉर्क टेक्नोलॉजी सेमीनरी से अर्बन मिनिस्ट्री में मास्टर की डिग्री ली। इसके अलावा साथी कैदियों को पढ़ना-लिखना सिखाया। जॉन ने जेल में ही एचआईवी/एड्स के काउंसलर के तौर पर भी काम किया। 2008 में वह जेल से रिहा हुए। इसके बाद जॉन ने एक कंपनी में कानूनी सहायक के रूप में कुछ समय काम किया। करीब 7 साल तक उन्होंने न्यूयॉर्क के एक एनजीओ के लिए काम किया। जो सजा काट चुके कैदियों को इलाज, एजुकेशन देने का काम करती है।
क्या कहते हैं जॉन
जॉन कहते हैं 'जिनके साथ मैं काम करने जा रहा हूं, वे मेरे जैसे ही हैं। उनका रास्ता भी मेरे जैसा ही हो सकता है। वे वह सब कुछ हासिल कर सकते हैं, जिसकी कभी कल्पना भी नहीं की होगी।' कत्ल का जिक्र करते हुए कहते हैं 'मुझे पहले ही क्षण से इस बात का अहसास था कि मैंने गलत किया। लेकिन बिना किसी तर्क, औचित्य, बहाना या दोष देने के इसे स्वीकार करने में मुझे लंबा वक्त लगा। मैं मानता हूं कि जान लेने से किसी गलती की भरपाई नहीं होती। सजा के दौरान मैंने सोचा कि अब किसी का जीवन लौटाना संभव नहीं तो खुद को क्यों बदला जाए।'