नई दिल्ली: सरकारी काम के भी क्या कहने, यहां कुछ भी हो सकता है। आप सुनकर हैरान हो सकते हैं जब आपको कोई कहे कि एक मां की उम्र 32 साल है और उसके बेटे की उम्र 190 साल है।ऐसा हुआ हिमाचल प्रदेश की संधोल तहसील की टौर खोला पंचायत में। जहां टौर खोला पंचायत के सचिव द्वारा आईआरडीपी का प्रमाण पत्र 6 मई, 2016 को जारी किया। जिसकी गलतियां सुनकर आप हैरान हो जाएंगे। इस आईआरडीपी के प्रमाण पत्र में ओम प्रकाश पुत्र गोपी चंद की उम्र 190 वर्ष दिखाई गई है। यह भी पढ़ें .....आसाराम ने नर्स से कहा-तुम मक्खन जैसी हो, गाल तो हाय राम कश्मीरी सेब-टमाटर जैसे
प्रमाण पत्र में बहुत सारी गलतियां हैं
इस में परिवार की मुखिया मीरा देवी पत्नी गोपी चंद गांव जरेड की उम्र 32 वर्ष, ओम प्रकाश पुत्र गोपी चंद की उम्र 190 वर्ष तथा सतीश कुमार पुत्र गोपी चंद की आयु वर्ष 1994 दर्शाया है और यह आईआरडीपी क्रमांक 03-38-23 पर दर्ज है। हैरानी की बात यह है कि बड़ा बेटा ओम प्रकाश अपनी माता मीरा देवी से 158 वर्ष बड़ा दर्शाया है जबकि वह छोटा बेटा सतीश अपनी माता से 10 वर्ष छोटा दर्शाया है। यह टौर खोला पंचायत द्वारा सतीश कुमार को दिया गया है।
उठाना पड़ा खामियाजा
भले ही ये गलती पंचायत सचिव ने की हो लेकिन इस गलती का खामियाजाना सतीश कुमार को उठाना पड़ा। जब वह भर्ती के लिए गया तो वह ग्राऊंड टेस्ट पास करने बाद उसे इंटरव्यू से बाहर निकाल दिया गया। अगर पंचायत द्वारा यह आईआरडीपी का प्रमाण-पत्र गलत न दिया होता तो सतीश आज सेना में होता। युवक मंडल टौर खोला के प्रधान दवेंद्र डोगरा ने कहा कि पंचायत द्वारा पहले भी कई लोगों को इस तरह के प्रमाण जारी किए गए हैं।