नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रेडियो पर 30वें मन की बात एपीसोड में कहा कि ''आज 26 मार्च है और आज का दिन बांग्लादेश का स्वतंत्रता दिवस है। कामना है कि बांग्लादेश आगे बढ़े और विकास करे''। इस दौरान प्रधानमंत्री ने रविंद्रनाथ टैगोर का जिक्र भी किया और कहा कि ''टैगोर हमारी साझी विरासत हैं, गुरुदेव टैगोर ने ही बांग्लादेश का भी राष्ट्रगान लिखा है''।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ''23 मार्च को भगत सिंह औऱ उनके साथी सुखदेव औऱ राजगुरु को अंग्रेजों ने फांसी दे दी थी। उन्होंने अपने सपने मां भारती की आजादी में समाहित कर दिए थे। देश के युवाओं से अनुरोध है जब भी समय मिले भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की समाधि पर जरूर जाएं''।
मन की बात में प्रधानमंत्री ने नोटबंदी का जिक्र करते हुए कहा कि ''नोटबंदी के बाद से डिजिटल पेमेंट के अलग-अलग तरीक़ों में काफ़ी वृद्धि देखने को मिली है। साथ ही उन्होंने कहा कि ''ब्लैक मनी के खिलाफ लड़ाई आगे बढ़ाने के लिए देशवासी एक वर्ष में 2500 करोड़ डिजिटल लेन-देन करने का संकल्प कर सकते हैं क्या?''
प्रधानमंत्री ने कहा ''यह चंपारण सत्याग्रह का शताब्दी वर्ष है। भारत की आज़ादी के आंदोलन में, गांधी विचारशैली का प्रकट रूप पहली बार चंपारण में नज़र आया। गांधी जी ने संघर्ष और सृजन दोनों सिखाया, वह देश की नब्ज को जानते थे''।