नई दिल्ली : कहते हैं कि सपने वो नहीं होते जो आपको नींद के दौरान आते हैं, सपने तो वो होते हैं जो आपको सोने नहीं देते. यही हूआ तमिलनाडु के एक गरीब मजदूर के बेटे थंगारासू नटराजन के साथ . तंग गलियों में खेल कर बड़े हुए इस गेंदबाज का IPL नीलामी के दौरान बेस प्राइस केवल 10 लाख रुपए था लेकिन उन्हें किंग्स इलेवन पंजाब ने 3 करोड़ रुपए में खरीदा. बेंगलूरु में आईपीएल नीलामी के दौरान सभी टीमों ने बाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज को खरीदने में काफी दिलचस्पी दिखाई. वीरेन्द्र सहवाग उन्हें अपनी टीम में चाहते थे.
पिता के लिए ऑटो और मां के लिए घर खरिदूंगा .
IPL नीलामी में सबसे महंगे भारतीय खिलाडी हैं नटराजन ने कहा कि मुझे यह सब सपने जैसा लग रहा है. मुझे कभी नहीं लगा था कि मैं तमिलनाडु प्रीमियर लीग में खेलूंगा, आईपीएल तो बहुत दूर की बात है. आज मैं इन पैसों से अपने परिवार के घर खरीदूंगा और पिताजी के लिए ऑटो खरीदूंगा.
गरीबी से शोहरत का सफर
नटराजन के पिता पहले कुली थे. फिर उन्होने पेट पालने के लिए रिक्शा खरिदा. हर रोज रिक्शा चला कर जितनी कमाई होती है उससे अपना परिवार चलाते हैं. पति के पैसों से घर न चल पाने कि वज़ह से मां सलेम जिले में रोड के किनारे चाय बेचती थी. नटराजन भी अपनी मां के साथ जाया करता था. उस समय 20 साल नटराजन, जो अपने पिता की पांच भाई-बहनों थंगरासू सबसे बड़े हैं. लिहाजा, फैमिली की काफी जिम्मेदारियां उन पर हैं.
पिछले साल तमिलनाडु प्रीमियर लीग में आईपीएल फ्रेंचाइजी की नजर इस बॉलर पर पड़ी. और अब वो आईपीएल में जलवा बिखेरेंगे. उनकी गेंदबाजी क्षमता को देखते हुए उन्हें तमिलनाडु का मुस्तफिजुर रहमान कहा जाने लगा.