नई दिल्लीः चरण छूने के बदले गायत्री प्रसाद के दामन पर लगे तमाम दागों को बख्श कर दोबारा मिनिस्टर बनाने वाले मुलायम सिंह यादव को उन कार्यकर्ताओं की कोई फिक्र नहीं, जिनकी बदौलत समाजवादी पार्टी की सरकार सूबे में चल रही है। माना कि हर कार्यकर्ता को टिकट नहीं मिल सकता, मगर जिस अंदाज में कल उन्होंने पार्टी के लिए जी-जान लगा देने वाले कार्यकर्ताओं को झिड़का, उससे उनकी पार्टी के सच्चे सिपाहियों के दिल में टीस जरूर पैदा हुई। मौका था लखनऊ में लोहिया की 50 वीं पुण्यतिथि का। इस दरमियान उन्होंने पार्टी के भ्रष्ट नेताओं पर तो कुछ नहीं बोला मगर सूबे में सपा की धाक कायम करने वाले कार्यकर्ताओं को खूब फटकार लगाई। कहा कि तुम लोग मेहनत से ज्यादा नारेबाजी करते हो।
सबको सिर्फ टिकट की पड़ी है
मुलायम ने कार्यकर्ताओं को फटकारते हुए कहा कि जिन्हें कोई जानता नहीं, उन्हें भी टिकट की पड़ी है। सीधे संबोधित करते हुए बोले-आप पार्टी के सिद्धांतों को भूल गए हैं, आप महापुरुषों के बारे में नहीं जानते, आज कोई न किताब खरीदता है, न पढ़ता है। कोई काम करने वाला नहीं है, मगर टिकट सबको चाहिए। समारोह से बाहर निकले कार्यकर्ता कहते रहे कि नेताजी टिकट न दें ठीक है मगर इस तरह से फटकार लगाना तो ठीक नहीं।