shabd-logo

घरेलू हिंसा

9 अगस्त 2022

15 बार देखा गया 15

घरेलू हिंसा होती नही सिर्फ मार से 

ये शुरू हो जाती है बातो के वार से 

कोई किसी को आंख दिखाता है 

तो कोई गाली गलोच पर

उतर जाता है 

ये ही वाद विवाद हिंसा पर उतर जाता है ।

जो पति पत्नी के संबंध विच्छेद का कारण बन जाता है । 

इससे बचना है तो उपाय एक बताता हू ।

इस नेक कार्य में अपना भी थोड़ा सहयोग दे जाता हू।

पति पत्नी के बीच में किसी को न लाओ 

वो ही झगड़े का कारण बनते है । 

खुशी खुशी रहो आपस में प्यार से 

अपनी अपनी गृहत्थी की जिम्मेदारी निभाओ।

पवन कुमार शर्मा कवि कौटिल्य

2
रचनाएँ
स्वर्ग धरा पर लाऊंगा
0.0
स्वर्ग धरा पर लाऊंगा जात पात का भेद न हो , ऊंच नीच में फर्क न हो सभी करे प्रेम आपस में समाज में कोई द्वेष न हो ऐसा कुछ कर जाऊंगा स्वर्ग धरा पर लाऊंगा ऐसा ही कुछ कर जाऊंगा शिक्षा का हो घर घर उजियारा परिवार साथ रहे हमारा बुजुर्गो का सम्मान हो कद्र करे एक दूसरे की भावना का एक छत के नीचे सारा जहांन हो ऐसा कुछ कर जाऊंगा स्वर्ग धरा पर लाऊंगा रोग मुक्त हो भूतल हमारा करे नित्य योग प्राणायाम जग सारा करे पठन रामायण और गीता का अपनाए बाइबल और कुरान गुरुगंथ साहिब के आदर्शो पर हो सबका सामाजिक उत्थान गरीब शब्द न हो समाज में सबको मिले काम ईमानदारी , और देशप्रेम की भाव यदि हो मन में , पा सकते है हम सब ये मुकाम ऐसा कुछ कर जाऊंगा स्वर्ग धरा पर लाऊंगा पवन कुमार शर्मा कवि कौटिल्य

किताब पढ़िए