घरेलू हिंसा होती नही सिर्फ मार से
ये शुरू हो जाती है बातो के वार से
कोई किसी को आंख दिखाता है
तो कोई गाली गलोच पर
उतर जाता है
ये ही वाद विवाद हिंसा पर उतर जाता है ।
जो पति पत्नी के संबंध विच्छेद का कारण बन जाता है ।
इससे बचना है तो उपाय एक बताता हू ।
इस नेक कार्य में अपना भी थोड़ा सहयोग दे जाता हू।
पति पत्नी के बीच में किसी को न लाओ
वो ही झगड़े का कारण बनते है ।
खुशी खुशी रहो आपस में प्यार से
अपनी अपनी गृहत्थी की जिम्मेदारी निभाओ।
पवन कुमार शर्मा कवि कौटिल्य