
नई दिल्ली: उत्तराखंड में मुख्यमंत्री हरीश रावत की बढ़ती लोकप्रियता से परेशान बीजेपी एक बार फिर रावत को घेरने की कोशिश कर रही है। वित्त मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक़ हरीश रावत के क़रीबी के दो सलाहकारों का ब्यौरा डीजी आईटी से मांगा है। ऐसा कहा जा रहा है कि दो सलाहकारों में से एक उद्दयोग से जुड़े हैं और खनन के काम में भी दखल रखते हैं।
CM हरीश रावत पर शिकंजा कसने की तैयारी
क़रीबी सूत्रों के मुताबिक़ डीजी इनवेस्टिगेशन इनकम टैक्स से देहरादून और दिल्ली दोनों जगहों का आईटी अफ़सरों से इस सलाहकार को लेकर पूरा ब्यौरा मांगा। ऐसा बताया जा रहा है कि 31 दिसंबर के बाद कई बड़े नेता और नौकरशाह को लेकर कारवाई करेगी। जिसमें एक सूची हरीश रावत के क़रीबियों की भी तायार की गई है।
इंडिया संवाद से बातचीत में किशोर उपाध्याय
इंडिया संवाद से बातचीत में उत्तराखंड कांग्रेस के अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने हरीश रावत का बचाव करते हुए कहा कि बीजेपी सत्ता का दुरुपयोग कर रही है। सरकार पूरी तरह से पाक़ साफ है। केन्द्र सरकार चाहे जो कर ले जनता एक बार फिर कांग्रेस का साथ देने को तैयार है और हम फिर से सरकार बनाएंगे।
ब्लैकमेलर पत्रकार के ज़रिये जब किया गया स्टिंग
बीजेपी ने हरीश रावत की सरकार को एक कथित ब्लैकमेलर पत्रकार के ज़रिये उनका एक विवादास्पद स्टिंग कराया था। जिसे बीजेपी के दो बड़े नेता श्याम जाजू और विजयवर्गीय ने मिलकर इतना प्रचारित किया की सीबीआई जांच ही करवा डाली। हालांकि सीबीआई सूत्रों का कहना है कि इस स्टिंग आपरेशन का जब कभी भी कोर्ट के सामने निस्तारण किया जाएगा तो यह मुंह के बल गिर जाएगा।