1 जनवरी 2016
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अपनी लिखी यू ही पढ़ देता हूँ
अंदाज़ मे मुझे गज़ल कहने नहीं आते,अपनी लिखी यू ही पढ़ देता हूँ
अंदाज़ मे मुझे गज़ल कहने नहीं आतेDबहुत खूब !
2 जनवरी 2016
सुन्दर … मेरा दर्द म्े्र्ी् क्ि्त्ा्ब् में ल्ि्ख्ा् है लोग कहते हैं … मुझे आंसू नहीं आ्त्े् .…
1 जनवरी 2016