दिल्ली : पार्टी न बनाने का एलान कर आवाज-ए-पंजाब नाम का नया मोर्चा बनाने वाले नवजोत सिद्धू अब इस फ्रंट का कांग्रेस में विलय कर सकते हैं. नवजोत सिंह सिद्धू के दिल्ली स्थित आवास में पांच घंटे तक चली बैठक में फ्रंट के तमाम नेता शामिल हुए. बैठक के बाद सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दोनों दलों के बीच आखिरी दौर की बातचीत चल रही है. खबरों की माने तो सिद्धू की अगुवाई वाले मोर्चे का इसी हफ्ते कांग्रेस में विलय हो जाएगा.
आवाज-ए-पंजाब के एक वरिष्ठ नेता ने नाम का खुलासा न करने की शर्त पर बताया कि सिद्धू की कांग्रेस हाईकमान से 2 दौर की बातचीत हो चुकी है. बातचीत आखिरी दौर में है. बुधवार को सिद्धू के घर पर इस मुद्दे को लेकर एक बैठक भी हुई थी. इसलिए सिद्धू ने हाईकमान के सामने शर्त रखी थी कि वह कांग्रेस में तभी आएंगे जब पंजाब की सभी 117 सीटों के उम्मीदवार उनकी सहमति से तय किए जाएं. वरिष्ठ नेता ने कहा कि हम अपनी तरफ से फाइनल शॉट खेल चुके हैं और अब दूसरी तरफ से जवाब आना बाकी है जोकि इसी हफ्ते आ जाएगा.
गौरतलब है कि सिद्धू ने कुछ दिन पहले ही एलान किया था कि वह पार्टी नहीं बनाएंगे. अभी पार्टी बनाने के लिए पर्याप्त समय नहीं है. इसके लिए दो से तीन साल का वक्त चाहिए. इसलिए पंजाब के हित में वह किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन कर सकते हैं. उन्होंने पंजाब, पंजाबी और पंजाबियत का नारा देकर अन्य पार्टियों को भी बादल के खिलाफ एकजुट होने को कहा था.