नई दिल्लीः चुनावी मौसम में मोदी ताबड़तोड़ रैलियों के लिए जाने जाते हैं। 2014 का लोकसभा चुनाव में पूरा देश इसका गवाह रहा। आमतौर पर बड़े नेता गिनी-चुनी रैलियां ही करते हैं, मगर मोदी हर चुनाव को अपनी प्रतिष्ठा का विषय बनाकर खुद आगे-आगे चलते हैंं, पीछे उनके मातहत नेता। अब यूपी विधानसभा चुनाव में छह महीने से कम समय रहने पर मोदी ने पूरा ध्यान यहां लगाने का फैसला किया है। मोदी के कहने पर पार्टी ने यूपी में कम से कम हर हफ्ते एक दौरे की प्लानिंग शुरू कर दी है। अक्टूबर के आखिरी हफ्ते से लेकर दिसंबर तक कुल आठ दौरे तय होने की बात पार्टी सूत्र बता रहे हैं। उधर इसकी खबर मिलते ही सपा, बसपा व कांग्रेस जैसे विरोधी दलों की नींद उड़ गई है। मोदी की घेराबंदी के लिए विरोदी दल अपने कार्यक्रम भी लगाने की प्लानिंग कर रहे। ताकि मीडिया और जनता का पूरा ध्यान सिर्फ भाजपा ही
लूटने में सफल न रहे।
महोबा से परिवर्तन यात्रा का बिगुल फूंक बनाएंगे माहौल
भाजपा ने यूपी चुनाव में जनता के बीच जाने के लिए परिवर्तन यात्रा निकालने का फैसला किया है। पांच नवंबर से 25 दिसंबर के बीच भाजपा संगठनात्मक स्तर पर हर मंडल यात्रा निकालेगी। पीएम मोदी बुंदेलखंड के महोबा से यूपी में परिवर्तन का बिगुल फूकंकर चुनावी माहौल बनाएंगे। ताकि जनता को लगे कि यूपी में भाजपा की लहर है।
लहर का संदेश देने को बाहरी नेताओं को किया जाएगा आगे
भाजपा के बड़े नेताओं का कहना है कि परिवर्तन यात्रा का मुख्य मकसद जनता के बीच जाकर मोदी सरकार के जनहित में किए कार्यों को बताना है। वहीं सपा और बसपा सरकार के कुशासन से जनता को रूबरू कराकर सजग किया जाएगा। इसी के साथ जनता में यह संदेश भी दिया जाएगा कि यूपी में भाजपा की लहर है। इसके लिए बसपा, सपा और कांग्रेस से आ चुके या आगे आने वाले नेताओं को आगे किया जाएगा। ताकि जनता को लगे कि जब दूसरे दलों के नेता भाजपा में आ रहे हैं तो फिर भाजपा की लहर है। यही वजह है कि परिवर्तन यात्रा से पहले भाजपा ने कांग्रेस की यूपी में बड़ी नेता रीता बहुगुणा को भी जोड़ने की तैयारी शुरू कर दी है।