नई दिल्लीः जम्मू में तैनात सेना के कैप्टन आशीष तिवारी घर आए थे तो फैजाबाद में उनकी स्विफ्ट कार से स्कार्पियों को टक्कर लग गई। विवाद होने पर पहुंची पुलिस ने कैप्टन आशीष तिवारी पर खूब लात-घूसे बरसाए। आशीष ने पुलिस पर 15 हजार रुपये घूस न देने पर पिटाई का आरोप लगाया है। उधर सीओ ने कहा है कि इस बात की जांच हो रही है कि आशीष सेना में अफसर हैं या नहीं।
क्या था मामला
सेना में खुद को कैप्टन बताने वाले आशीष तिवारी स्विफ्ट कार से सिविल एरिया में पहुंचे थे। वहां स्कार्पियों से टक्कर हो गई। इस पर जब स्कार्पियों सवारों ने एतराज जताया तो कुछ विवाद हो गया। जिस पर आशीष ने चोट लगने पर इलाज कराने और क्षतिपूर्ति का आश्वासन दिया। आरोप है कि सूचना पाकर पहुंचे कैंट थाना के पुलिसकर्मियों ने मामला सुलझाने के लिए 15 हजार रुपये मांगे।
पुलिस ने कहा-नशे में थे तीन युवक, कर रहे थे विवाद
सीओ सिटी डॉ. राजेश तिवारी के मुताबिक वाहनों की टक्कर मारने की सूचना पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। प्रथम दृष्टया तीनों आरोपी नशे की हालत में मिले। उनका मेडिकल कराया गया है। रिपोर्ट के बाद अग्रिम कार्रवाई होगी।
सवाल उठ रहा है कि अगर पुलिस की बात सही है कि सेना में कैप्टन बताने वाला युवक नशे में रहा तो भी कार्रवाई के अन्य तरीके हैं। क्या सरेआम पिटाई करनी चाहिए।