नई दिल्ली: बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना जैसे ही भारत पहुंची उन्हें रिसीव करने खुद पीएम मोदी पहुंचे। चार दिन की भारत यात्रा के लिए शुक्रवार को नई दिल्ली पहुंची। एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद उनका स्वागत करने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान सिविल न्यूक्लियर एनर्जी पर भारत व बांग्लादेश के बीच आपसी समझौता होगा। ढाका ट्रिब्यून के अनुसार, भारत और बांग्लादेश रक्षा व व्यापार, अर्थव्यवस्था और कनेक्टिविटी मामलों पर समझौता ज्ञापन (एमओयू) व करीब 35 डील पर हस्ताक्षर कर सकते हैं।हालांकि, तीस्ता जल-बंटवारा समझौता होने की संभावना कम है। हालांकि इंतज़ार करना होगा क्योंकि चार दिन का दौरा तो अभी शुरू हुआ है।
इसमें दो समझौते रक्षा क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। रक्षा क्षेत्र से संबंधित एक समझौता अगले पांच वर्षो का एजेंडा तय करने से जुड़ा हुआ होगा जबकि दूसरा समझौता बांग्लादेश को हथियार खरीदने के लिए कम दर पर कर्ज उपलब्ध कराने से जुड़ा होगा। संभवत: भारत ढाका को 50 करोड़ डॉलर का कर्ज अभी मुहैया कराएगा जिसे आगे बढ़ाया भी जा सकता है। इस कर्ज की राशि का इस्तेमाल ढाका भारत से हथियार खरीदने के लिए करेगा। एमओयू में मानव तस्करी पर रोक, ब्लू इकोनॉमी और बंगाल की खाड़ी व हिंद महासागर में समुद्री सहयोग, चित्तागोंग व मोंगला बंदरगाहों के उपयोग, इंडियन इकोनॉमिक जोन और बंगाल की खाड़ी के समुद्र वि ज्ञान पर ज्वाइंट रिसर्च शामिल है।
विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्रीप्रिय रंगनाथन ने गुरुवार को कहा कि उम्मीद है कि बांग्लादेश के साथ भारत 20 से अधिक समझौतों पर हस्ताक्षर करेगा। रंगनाथन ने आगे बताया, दोनों देश के दो शहरों को जोड़ने के लिए बस सर्विस और पश्चिम बंगाल व बांग्लादेश के बीच ट्रेन सर्विस की शुरुआत की जाएगी। बांग्लादेश सरकार ने बांग्लादेश के ढाका और भारत के कोलकाता के बीच नई पैसेंजर बस सेवा के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी।
जब पीएम मोदी के बयान पर हो गया था विवाद ?
2015 में मोदी का बांग्लादेश दौरा कई मायनों में ऐतिहासिक था। उन्होंने सीमा समझौते पर मुहर लगाकर बांग्लादेश के साथ 40 साल पुराने विवाद को सुलझाया और ढाका को 2 बिलियन डॉलर का कर्ज देकर चीन के बांग्लादेश पर बढ़ते असर को रोकने की कोशिश की. लेकिन ढाका यूनिवर्सिटी में छात्रों को संबोधित करते हुए वो कुछ ऐसा कह बैठे जो दुनिया भर में सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना। मोदी का कहना था कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने महिला होने के बावजूद आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। हालांकि मोदी के करीब डेढ़ घंटे लंबे भाषण के कई हिस्सों को दोनों देशों में सराहा गया लेकिन कई लोगों ने इस टिप्पणी को महिलाओं के लिए अपमानजनक माना था। मोदी ने हसीना की तारीफ के लिए अल्फाज भले ही गलत चुने हों, लेकिन आतंकवाद के मसले पर बांग्लादेशी पीएम के रवैये का लोहा दुनिया भर में माना गया है।
यह दौरा हैं उम्मीदों का
शेख हसीना अपने मौजूदा कार्यकाल में पहली बार भारत आई हों लेकिन मोदी के साथ वो चार बार मुलाकात कर चुकी हैं। उम्मीद है कि दोनों देश इस दौरे में रक्षा और कारोबार से जुड़े करीब 25 समझौतों पर दस्तखत करेंगे। भारत ने बांग्लादेश को रक्षा क्षेत्र में भारतीय कंपनियों से खरीद के लिए 500 मिलियन डॉलर का कर्ज देने का भी प्रस्ताव दिया है। जानकारों की नजर दोनों देशों के बीच लंबे वक्त से अटके तीस्ता जल बंटवारे से जुड़े समझौते पर भी होगी। हालांकि केंद्र सरकार इस समझौते पर राजी है लेकिन पश्चिम बंगाल सरकार को इस पर ऐतराज है।