कैसे समझाऊ?देश विकाश कर रहा है, सोना आसमान छू रहा।किसी का आँख मुँह तिरक्षा, यह सेल्फी कह रहा।पानी जमीन का घटा, पानी चाँद की गोद मे दिख रहा।मानव कर प्रकृति को बर्बाद, रहने चाँद में जा रहा।दिल्ली का जाम झेला नही जाता, हैलीकॉप्टर की बात सुना रहा।कर आयुष्मनभारत का निर्माण, मना आँख के ऑपरेशन को कर रहा। क
कैसे समझाऊ?देश विकास कर रहा है, सोना आसमान छू रहा।किसी का आँख मुँह तिरछा ,यह सेल्फी कह रहा।पानी जमीन का घटा, पानी चाँद की गोद मे दिख रहा।मानव कर प्रकृति को बर्बाद, रहने चाँद में जा रहा।दिल्ली का जाम झेला नही जाता, हैलीकॉप्टर की बात सुन
घर में बेटा भले ही पिता के पैर छूकर आशीर्वाद ले, लेकिन ड्यूटी के दौरान पिता बेटा को ‘जय हिंद सर’ कहकर बोलेगा। दरअसल, शहर के विभूतिखंड थाने में तैनात कॉन्स्टेबल जनार्दन सिंह का बेटा IPS बन चुका है। लखनऊ जिले में ही बेटे को पोस्टिंग मिली है। ऐसे में पिता अब बेटे के मातहत के
बेटा दुनिया से जा चुका था लेकिन मां मानने को तैयार नहीं। वो बेटे के शव को ऑटो में लादकर इंदौर से उज्जैन पहुंच गई। रामघाट के समीप सिद्ध आश्रम के पास शिप्रा किनारे शव लेकर बैठने की जिद करने लगी। इस भरोसे में कि महाकाल जिंदा कर देंगे।ऑटो चालक ने होमगार्ड जवान को इसकी जानकारी
बेटा – मुझे शादी नहीं करनी!! मुझे सभी औरतों से डर लगता है!पिता- कर ले बेटा! फिर एक ही औरत से डर लगेगा, बाकी सब अच्छी लगेंगी।पिता बेटे पर गुस्सा करते हुए – एक काम ढंग से नहीं होता तुझसे , तुम्हें पुदीना लाने के लिए कहा था और तुम ये धनिया ले आए , तुझ जैसे बेवकूफ को तो घर से निकाल देना चाहिए बेटा: पापा
ये कैसी विडंबना है कि नारी का समाज में इतने योगदान के बाद भी वो सम्मान नहीं मिला, जितनी की वो हकदार है, इसके पीछे शायद नारी ही दोषी है, जब हम बेटी होते है तो अपने हक के लिए लड़ते है, शादी के बाद जब मां बनने वाले होते है तो ' बेटे की चाह ' रखते है, ऐसा क्यों,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
मंदिर से निकल कर मिसेज़ मेहता ने मिसेज़ गुप्ता से बोली,- अच्छा जी चलती हूँ मैं. बहू के आने का टाइम हो गया है.- आपका ख्याल रखती है कि नहीं ? हमारी तो बिचारी सुबह सुबह निकल जाती है रात को आती है. अपना ही ख्याल नहीं रख पाती उल्टा हमें ही उसका ध्