नई दिल्ली : भारत में क्रिकेट के अलावा अन्य खेल ों में पिछले कुछ दशकों से लोगों की रुचि न के बराबर रही। यही नहीं टीवी पर आने वाले स्पोर्ट और नेशनल चैनलों ने भी हमेशा क्रिकेट को ही महत्व दिया लेकिन अब धीरे-धीरे लोगों की यह अवधारणा बदल रही है और क्रिकेट के अतिरिक्त लोग अन्य खेलों को भी टेलीविज़न पर देखना पसंद कर रहे हैं।
पीवी सिंधू और कैरोलिना मारिन के मुकाबले ने तोडा रिकॉर्ड
टेलीविज़न की व्यूअरशिप को मापने वाली कंपनी ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (BARC) की माने तो ओलंपिक में 19 अगस्त को रियो में खेला गया पीवी सिंधु और कैरोलिना मारिन का बैडमिंटन मुकाबला भारत में 17.3 मिलियन (एक करोड़ 73 लाख) लोगों ने देखा। साक्षी मालिक के मेडल मुकाबले को देखने वालों की संख्या 0.087 मिलियन रही। 15 अगस्त को पदक से चूकने वाली भारतीय जिम्नास्ट दीपा कर्मकार के मुकाबले को भी 3.3 मिलियन लोगों ने देखा। ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (BARK) की माने तो उन्होंने यह आंकड़ा डीडी नेशनल और बाकी स्टार इंडिया के चैनलों की है।
इन आयोजनों ने भी खींचे दर्शक
दर्शकों की इतनी संख्या बताती ओलंपिक, प्रो-कबड्डी लीग, यूरोपियन फुटबॉल लीग (UEFA) जैसे आयोजनों ने क्रिकेट के अलावा लोगों को इन खेलों की और झुकाया है। बार्क के अनुसार इस साल भारत में कबड्डी प्रीमियम लीग को 14.3 मिलियन (1 करोड़ 43 लाख) लोगों ने देखा वहीँ UEFA 1.5 मिलियन (एक करोड़ 50), कोपा अमेरिका को 1.2 मिलियन, प्रीमियर फुटसल -0.17 मिलियन और मेंस विंबलडन 0.072 मिलियन लोगों ने भारत में देखा।
इंडियन प्रीमियम लीग (IPL) एक मात्र ऐसा आयोजन है जिसके दर्शकों की संख्या भारत सबसे ज्यादा रही। आईपीएल के सीजन -9 में 29 मई को खेल गया रॉयल चेलेंजर बंगलोर और सनराइजर हैदराबाद के मुकाबले को 44.6 मिलियन लोगों ने देखा।