नई दिल्लीः बराक ओबामा से अपनी नजदीकियों को मोदी कई दफा मंच से ही बातों ही बातों में सार्वजनिक कर चुके हैं।करीबियत का सुबूत भी है कि बराक कुर्सी पर रहे तो दुनिया के नेता उन्हें मिस्टर मिस्टर प्रेसीडेंट कहकर पुकारते रहे तो मोदी सिर्फ उन्हें बराक कहकर संबोधित किए। ताली दोनों हाथ से बजती है। यह बात दो दफा साबित भी हुई। मई 2014 की बात है। जब मोदी की अगुवाई में भाजपा की शानदार जीत हुई तो अोबामा दुनिया के पहले नेता थे, जिन्होंने सबसे पहले मोदी को फोन कर बधाई दी। और आज फिर जब व्हाइट हाउस से विदाई की बेला आई तो भी ओबामा दोस्त मोदी को याद करना नहीं भूले। ओबामा ने ट्रंप के लिए कुर्सी छोड़ते समय दुनिया की जिन शख्सियतों को फोन किया।
मोदी को दी गणतंत्र दिवस की एडवांस में बधाई
पीएमओ सूत्रों ने बताया कि ओबामा ने मोदी को 26 जनवरी के गणतंत्र दिवस की अग्रिम बधाई दी। कहा कि वर्ष 2015 में गणतंत्र दिवस समारोह का चीफ गेस्ट बनकर उन्हें जो सुखद एहसास हुआ था, वह भुलाए नहीं भूलता।
आपसी साझेदारी पर जताया आभार
ओबामा ने टेलीफोन पर मोदी से आपसी समझ और संपर्क को मजबूत करने के लिए आभार जताया। चाहे वह रक्षा, असैन्य परमाणु सहयोग रहा हो या फिर जलवायु परिवर्तन की वैश्विक चुनौती से निपटने के लिए तय हुए मसौदों पर भागीदारी की। दरअसल बराक ओबामा मोदी की इस बात से प्रभावित रहे कि उन्होंने भारत को अमेरिका के एक बड़े रक्षा सहयोगी के तौर पर मान्यता देने की दिशैा में काम किया।